5 जून की मध्यरात्रि होगा उपछाया चंद्रग्रहण, बिना किसी यंत्र की मदद के देख सकेंगे

5 जून की मध्यरात्रि होगा उपछाया चंद्रग्रहण, बिना किसी यंत्र की मदद के देख सकेंगे

5 जून पर्यावरण दिवस की मध्यरात्रि को पृथ्वी की परिक्रमा करता हुए चंद्रमा का लगभग आधा भाग पृथ्वी की उपछाया में से होकर निकलेगा जिससे चंद्रमा की चमचमाती चांदनी भारत में लगभग 3 घंटे के लिए कुछ मंद हो जाएगी। विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि इस खगोलीय घटना को पेनुम्ब्रल लुनर इकलिप्स या उपछाया चंद्रग्रहण कहते हैं। सारिका ने बताया कि इस घटना के समय सूरज और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाएगी। इससे पृथ्वी की छाया और उपछाया दोनो बनेंगी। चंद्रमा का लगभग आधा भाग इस उपछाया की सीध में आ जाएगा। इस समय चंद्रमा की चमक फीकी पड़ जाएगी। जब चंद्रमा का पूरा भाग उपछाया में ही आता है तो पेनुम्ब्रल लुनार इकलिप्स या उपछाया चंद्रग्रहण कहते हैं। इन सभी चंद्रग्रहण को खाली आंखों से देखा जा सकता है इसे देखने के लिए व्यूअर या कोई अन्य यंत्र की आवश्यकता नहीं है।