पर्यटन विकास निगम ने लॉक डाउन के बीच देशभर के 34 अफसरों को भोपाल बुलाया, मिंटो हॉल में दी ट्रेनिंग

पर्यटन विकास निगम ने लॉक डाउन के बीच देशभर के 34 अफसरों को भोपाल बुलाया, मिंटो हॉल में दी ट्रेनिंग

भोपाल। लॉक डाउन के दौरान राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा स्वयं के होटलों से फूड की होम डिलीवरी सेवा शुरू करने के लिए देशभर के 34 अधिकारियों को भोपाल बुलाकर ट्रेनिंग दिए जाने का मामला सामने आया है। यह ट्रेनिंग 18 मई को दी गई , जिसके चलते कोरोना वायरस का संक्रमण होटल पलाश तक पहुंचा। अब इस मामले को अधिकारी रफ-दफा करने में लगे हुए हैं। जानकारी के अनुसार, ट्रेनिंग के लिए दिल्ली, अहमदाबाद, हैदराबाद, नागपुर, रायपुर और बेंगलुरु से मार्केटिंग एक्जीटिव बुलाए गए थे। पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक के हस्ताक्षर से 15 मई को पर्यटन विभाग की होटलों से होम डिलीवरी सेवा शुरू करने के लिए एक आदेश जारी किया गया था। इसमें नई दिल्ली में कार्यरत नितिन कटारे, देवेंद्र राय, मदन विष्ट, रोहित भटनागर, अहमदाबाद में कार्यरत निलेंद थापक, हिरेन राठौर, विवेक वाधर, हैदराबाद में कार्यरत दिलीप पिंजरकर, चंद्रशेखर वी विजय, नागपुर के विनोद जाट, रायपुर से के रोबिंसन, बेंगलुरु के राजकुमार शुक्ला, भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय के शुभम दीक्षित, निखिल सोनी, अभिमन्यु सिंह, ग्वालियर के धीरज शर्मा, रविंद्र शर्मा, इंदौर से श्याम तिवारी, सुधेंद्र भारती, जबलपुर के योगेंद्र रिछारिया, शैलेंद्र कोष्टा, अजय सिंह परिहार आदि 34 सहायक प्रबंधक, मार्केटिंग एक्जीटिव को अनिवार्य रूप से 18 मई को भोपाल में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे। भोपाल रेड जोन में होने के बावजूद अन्य राज्यों के अधिकारियों को यहा बुलाने पर सवाल खडे हो रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जब लॉकडाउन लागू है, तो देशभर के लोगों को भोपाल में बुलाने की क्या आवश्यकता थीं।

ई-पास लेकर आए थे भोपाल

लॉकडाउन से निगम की इकाइयों में व्यवसायिक गतिविधियां बंद थीं। केंद्र की एडवायजरी और सरकारी ऑफिसों मेें कार्य प्रारंभ किए जाने की घोषणा के बाद ही निगम की इकाइयों में कर्मचारियों को बुलाया गया। निगम ने पलाश रेसीडेंसी एवं मिंटो हाल रेस्टोरेंट से फूड होम डिलीवरी सर्विस शुरू की है। इसी की मार्केटिंग के लिए देशभर से कर्मचारियों को बुलाया गया था। सभी ई-पास लेकर भोपाल आए थे। विकास खरे,पीआरओ, पर्यटन विकास निगम