सोशल डिस्टेंसिंग पर न बनाओ मन की दूरी

सोशल डिस्टेंसिंग पर न बनाओ मन की दूरी

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को परास्त करने में एक दूसरे से पर्याप्त दूरी बनाने (सोशल डिस्टेंसिंग) को कारगर बताते हुए देशवासियों से लॉकडाउन के दौरान संक्रमण के संदिग्ध मरीजों के प्रति वैरभाव प्रकट करने से बचने की अपील की। मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में कहा कि ऐसे कुछ मामले संज्ञान में आए हैं, जिनमें कुछ लोग संदिग्ध मरीजों के प्रति बुरा बर्ताव कर रहे हैं, यह दुखद है। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का अर्थ एक दूसरे से मन की दूरी बनाना नहीं, बल्कि भौतिक दूरी को बरकरार रखते हुए संक्रमण को दूसरों में फैलने से रोकना और संक्रमण से खुद को बचाना भी है। उन्होंने कहा कि इसका अर्थ किसी संक्रमित व्यक्ति या संक्रमण के संदिग्ध व्यक्ति को दुत्कारना नहीं है। मोदी ने लॉकडाउन के दौरान समय का सदुपयोग करने वाले लोगों के अनुभवों को भी साझा किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर देश के विभिन्न इलाकों के लोगों द्वारा बताये जा रहे उनके अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा कि कोटा के यशवर्धन ने नरेंद्र मोदी एप पर लिखा है कि वे लॉकडाउन में पारिवारिक संबंधों को मजबूत बना रहे हैं। मोदी ने कहा कि एक तरफ लॉकडाउन में लोग अपने घरों तक सीमित हैं, वहीं लॉकडाउन ने ऐसे तमाम कामों को करने का अवसर भी दिया है जो कामकाज की व्यस्तताओं के कारण लोग नहीं कर पाते हैं।

समय का सदुपयोग कर सकते हैं लोग

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अवधि में आप संगीत, बागवानी और अन्य शौक पूरे कर सकते हैं, साथ ही बचपन के मित्रों से भी बात कर इस समय का सदुपयोग कर सकते हैं। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में लगे दवा, दूध, सब्जी और किराना विक्रेताओं के सहयोग की भी सराहना करते हुये कहा कि ये लोग संकट के इस दौर में जोखिम लेकर भी सभी देशवासियों को जरूरत की वस्तुयें मुहैया करा रहे हैं। 

मोदी ने लॉकडाउन पर संदेश देती बच्ची की तस्वीर की साझा, लिखा- दिलचस्प और भाव भी बहुत गहरा

मन की बात के दौरान पीएम मोदी ने कोरोना महामारी से चल रही लड़ाई और पूरे देश में लागू लॉकडाउन के बीच एक बहुत ही भावुक और गंभीर संदेश देने वाली एक बच्ची की तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है। मोदी ने तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में सिर्फ इतना ही लिखा है- दिलचस्प और भाव भी बहुत गहरा।