बांधवगढ़ पार्क से संजय गांधी टाइगर रिजर्व में भेजे 1 हजार चीतल

बांधवगढ़ पार्क से संजय गांधी टाइगर रिजर्व में भेजे 1 हजार चीतल

जबलपुर । बांधवगढ़ा टाइगर रिजर्व से एक हजार चीतलों को संजय गांधी टाइगर रिजर्व में ट्रांसलोकेट किया जा चुका है। यह खुलासा पार्क प्रबंधन ने करते हुए बताया कि वर्ष 2019-20 में करीब 281 चीतलों को संजय गांधी पार्क भेजने की प्रक्रिया की गई, जिसमें सफलता पूर्वक चीतलों को ट्रांसलोकेट किया गया। वन्य प्राणियों के संतुलन को बनाए रखने की दिशा में एक जंगल से दूसरे जंगल में चीतल, बारहसिंगा, हिरन, बायसन जैसे प्राणियों को ट्रांसलोकेट करना किसी चुनौती से कम नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार एक जंगल में जानवर पूरी तरह से पारिवारिक माहौल में रहने लगते हैं, ऐसे में उन्हें दूसरे जंगल में भेजना थोड़ा चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन बोमा पद्धति से यह सब सहज और सुरक्षात्मक हो गया है, जो सबसे कारगर भी है।

क्या है अफ्रीकन बोमा पद्धति

बोमा पद्धति में चीतलों को बिना हाथ लगाए बांधवगढ़ पार्क में ताला रेंज में बाढ़ा बनाकर उन्हें एकत्र किया गया। बाड़ा तैयार करने से पूर्व फेंसिंग की गई, जिसके बाद लंबी प्रक्रिया करते हुए चीतलों को यहां एकत्र किया गया, फिर वाहनों को बाड़े में बनाए द्वारों पर खड़ा कर उन्हें एक-एक करके चढ़ाया गया। इसके बाद संजय गांधी टाइगर रिजर्व में उन्हें पहले से तैयार बाड़े में उतारा गया।