प्राइवेट हाथों में जाएंगी 109 ट्रेनों

नई दिल्ली। आईआरसीटीसी द्वारा ‘वंदे भारत’ ट्रेनें शुरू करने के बाद केंद्र सरकार ने देश के इतिहास में पहली बार ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह निजी हाथों में सौंपने का फैसला किया है। सरकार ने 109 रूटों पर ट्रेनों के आॅपरेशन की पूरी जिम्मेदारी निजी कंपनियों को सौंपने की योजना बनाई है। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें ट्रेनों की खरीद, उसके लिए पैसा जुटाने, ट्रेनों के परिचालन एवं रखरखाव की जिम्मेदारी निजी कंपनी की होगी, जबकि ड्राइवर और गार्ड रेलवे के होंगे। कंपनी अपने राजस्व में रेलवे को हिस्सेदारी देगी। साथ ही पटरी के इस्तेमाल के लिए भाड़ा और उपभोग के आधार बिजली का शुल्क भी वह रेलवे को देगी।