कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाडे में शिफ्ट किए गए 11 चीते

जबलपुर प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में खुले में छोड़े गए चीते अब वापस बाडे में शिफ्ट होना शुरू हो गए। पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ मप्र ने बताया कि अब तक 11 चीतों को वापस बोमा (बड़ा बाड़ा) में शिफ्ट भी कर दिया गया है। 6 चीतों के कॉलर आईडी में हटाए गए हैं। अब कूनो के खुले जंगल में पांच चीते ही हैं। जानकारी के मुताबिक, नर चीता पावक को बोमा में लाकर उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। वह स्वस्थ है। हेल्थ चेकअप के लिए एनटीसीए, साउथ अफ्रीका, जबलपुर, देहरादून, गुजरात से आए एक्सपर्ट कूनो पहुंच गए हैं और प्लान बना रहे हैं।
दूसरे फेज में नौरादेही में होंगे शिफ्ट : वन मंत्री
जबलपुर पहुंचे प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने ‘पीपुल्स समाचार’ से खास बातचीत में कहा कि पहले चरण में गांधीसागर अभयारण्य में चीतों को शिफ्ट किया जाना है और दूसरे चरण में चीतों को नौरादेही अभयारण्य में बसाने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांधीसागर में फेंसिंग लगाने के काम के साथ उनकी बसाहट के लिए एनटीसीए के मापदंड के अनुरूप वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट और वन विभाग के अधिकारी काम कर रहे हैं।
जब कूनो में चीता बसाए जाने का प्रस्ताव बना था, उसके बाद चीतों को बसाने के लिए दो और साइट्स को लेकर भी चर्चा हुई थी। इनमें गांधीसागर और नौरादेही अभयारण्य में चीतों की शिμिटंग को लेकर सुझाव भी मांगे गए थे। अब इनमें चीतों का रि-इंट्रोडक्शन किया जा सकता है। लेकिन, इसके लिए चीतों के हैबिटेट के अनुरूप विकास जरूरी है। - डॉ. एबी श्रीवास्तव, सदस्य वन्य प्राणी बोर्ड