1248 मजदूर आए, स्थानीय को कराया क्वारेंटाइन, शेष को बसों से किया रवाना

1248 laborers arrived, made quarantine to local, left the rest by buses

1248 मजदूर आए, स्थानीय को कराया क्वारेंटाइन, शेष को बसों से किया रवाना

ग्वालियर। लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर केरल के कासरगोड 664 व पूर्ण के दौंद से 578 मजूदरों ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर अपनी आमद दर्ज करवाई। जिसके बाद ग्वालियर जिले के श्रमिकों को मालवा कॉलेज पहुंचाकर क्वारेंटाइन करवा गया, तो भिंड-मुरैना-श्योपुर जिले सहित अन्य स्थानों के मजूदरों को लगभग दो दर्जन बसों में बैठाकर रवाना कर दिया गया। हालांकि श्रमिक स्पेशल ट्रेन आने के क्रम में तीसरी ट्रेन को ग्वालियर नहीं आई। वही मौके पर व्यवस्थाओं को लेकर निगमायुक्त संदीप माकिन तैनात अधिकारियों पर सख्त रहे। सोमवार को दोनों ट्रेनों के पहुंचने पर जीआरपी/आरपीएफ व सिविल पुलिस की निगरानी में यात्रियों को बारी- बारी से बोगियों से यात्रियों को उतारने के बाद कतारबद्ध करके उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की 10 टीमों ने उनसे बारिकी से जानकारी ली और उसके बाद बसों से होम क्वारंटाइन के निर्देश देकर घर भेज दिया गया। स्टेशन पर उतरने के दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए एक मीटर की दूरी से बने गोलों में खड़े होने के लिए लगातार अनाउंस किया जाता रहा। स्टेशन पर यात्रियों के मेडिकल परीक्षण के बाद बाहर जाने के लिए दो रास्ते बनाए गए थे। आधे यात्रियों को मुख्य निकास द्वार से जबकि आधे को वीआईपी गेट के रास्ते से निकाला जा रहा था। तीन की जगह प्लेटफार्म पर आई दो ट्रेनें: रेलवे को श्रमिक स्पेशल के रूप में सोमवार को तीन ट्रेन ग्वालियर आने की सूचना मिली थी, लेकिन देर रात तक तीसरी ट्रेन ग्वालियर नहीं पहुंची थी। उधर मंगलवार को भी सुबह आठ बजे गुजरात के मेहसाना से श्रमिक स्पेशल ट्रेन सुबह 8 बजे ग्वालियर पहुंचने की जानकारी है।

ग्वालियर के लोगों को करवाया क्वारेंटाइन
जिला प्रशासन द्वारा पुणे के दौंद से पहुंची पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन से उतरे ग्वालियर के श्रमिकों को मालवा कॉलेज भेजकर क्वारेंटाइन करवा दिया गया। जिनमें ग्वालियर आकर प्रदेश के अन्य जिलों में जाने वाले कई श्रमिक भी शामिल रहे। जबकि भिंड, गोहद, पोरसा के श्रमिकों को बसों से उनके जिले में भेजा गया।