देशभर के एम्स में इस साल 2,000 डॉक्टरों की होगी भर्ती

देशभर के एम्स में इस साल 2,000 डॉक्टरों की होगी भर्ती

भोपाल। भोपाल सहित देशभर के एम्स को इस साल 2 हजार डॉक्टर मिल जाएंगे। इसमें से एम्स भोपाल को 154 डॉक्टर मिलेंगे। इनमें सीनियर रेजीडेंट, जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर शामिल हैं। इस साल सभी एम्स प्रबंधन ने अलग-अलग तिथियों में खाली पदों को भरने के लिए विज्ञापन जारी किए हैं। वर्तमान में एम्स भोपाल में डॉक्टरों के 305 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 200 पद भरे हुए हैं। वहीं, कर्मचारियों के 3,884 पदों में से 1,825 पद ही भरे हुए हैं। डॉक्टरों और स्टॉफ की कमी से यहां आने वाले मरीज परेशान होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि डॉक्टरों की कमी के चलते सभी एम्स में मरीजों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ता है। न्यूरोलॉजी, कॉर्डियोलॉजी जैसे सुपरस्पेशिएलिटी विभागों में 15 से 20 दिन की वेटिंग मिलती है। नए डॉक्टरों की नियुक्ति से मरीजों को इलाज में आसानी होगी।

भर्ती के उच्च मानक इसलिए देर से भरते हैं पद

एम्स भोपाल के डायरेक्टर प्रो. अजय सिंह बताते हैं कि चिकित्सकों के विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया चल रही है। एम्स में चयन प्रक्रिया में उच्च मानकों का खयाल रखा जाता है, यही कारण है कि भर्ती प्रक्रिया में समय लगता है।

देशभर के एम्स में डॉक्टरों की स्थिति: सभी एम्स में 305 फैकल्टी पद स्वीकृत हैं। पटना एम्स में 173 फैकल्टी के पद खाली हैं। इसी तरह रायपुर में 152, भोपाल में 105, ऋषिकेश में 102, भुवनेश्वर में 77 और जोधपुर में 76 पद खाली हैं।