आसाराम चौराहे से रत्नागिरी तक 25 किमी सड़क होगी सिक्स लेन, इंदौर में रिंग रोड
एनएचएआई तैयार कर रहा प्रस्ताव, जल्द ही मंजूरी के लिए भेजा जाएगा केंद्र सरकार को
भोपाल। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) भोपाल, इंदौर सहित बड़े शहरों में ट्रैफिक का दबाव कम करने और सड़क हादसों को रोकने के लिए रिंग रोड, बायपास आदि बनाने की योजना पर काम कर रहा है। भीडभाड़ और घनी बसाहट वाले क्षेत्रों में μलाईओवर बनाने की योजना है। फिलहाल इसका डीपीआर बनाने का काम चल रहा है। तीन से पांच वर्ष में काम पूरा करने की तैयारी है। भोपाल में आसाराम चौराहा से जेल पहाड़ी, छोला मंदिर, पीपुल्स मॉल से लेकर रत्नागिरी तक सिक्स लेन सड़क बनेगी। अभी यह सड़क टू लेन है। इसके बीच करीब आधा दर्जन μलाईओवर और अंडरपास भी बनाए जाएंगे। इस रोड को जहां से छोटी सड़कें क्रॉस करती हैं, वहां अंडरब्रिज बनाए जाएंगे, जिससे एयरपोर्ट या अयोध्या नगर की तरफ जाने वाले वाहनों में किसी तरह की रुकावट की स्थिति न बने। अभी इस रोड पर शाम के समय वाहनों का दबाव बढ़ जाता है। इससे जाम लगता है और रोड क्रॉसिंग की जगह हादसे होते हैं। पूरा प्रोजेक्ट करीब 25 किमी का होगा और इसके निर्माण में 1000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ये बायपास मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विशेष पहल पर बनाए जा रहे हैं। एनएचएआई ने इस प्रस्ताव को विशेष प्रोजेक्ट में शामिल किया है। इसे केंद्र सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है।
इंदौर में बनेगा ग्रीन फील्ड रिंगरोड:
इंदौर में ग्रीन फील्ड रिंग रोड (पूरी तरह से नई सड़क) बनाया जाएगा। ये एबी रोड को जोड़ते हुए खलघाट, नेमनल पीथमपुर, धार क्रॉसिंग से देपालपुर होते हुए देवास तक करीब 62 किमी लंबा और सिक्स लेन बायपास होगा। इसके लिए किसानों की भूमि का अधिग्रहण होगा। इसके निर्माण में ढाई से तीन हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। ये बायपास इंटर्नल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के रूप में होगा।
भोपाल-विदिशा-सागर होगा फोर लेन:
भोपाल-विदिशा-सागर 130 किमी का मार्ग फोर लेन होगा। इसके निर्माण पर एनएचएआई 3000 करोड़ खर्च करेगा। यह 3 वर्ष में पूरा होगा। कुछ क्षेत्रों में काम शुरू हो गया है।
सागर-छतरपुर-कानपुर कॉरिडोर:
सागर-छतरपुर होते हुए एक कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसे कानपुर कॉरिडोर में मिलाया जाएगा। इससे इस क्षेत्र से व्यवसायिक वाहन मप्र और उत्तर प्रदेश में सहजता से प्रवेश कर सकेंगे।
जबलपुर में रिंग रोड:
जबलपुर में भी एक रिंगरोड बनाने का प्रस्ताव है। यह मदन महल से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री एरिया के बाहर से होते हुए नागपुर-बनारस नेशनल हाईवे में मिल जाएगा।
भोपाल-इंदौर सहित कई शहरों में बाहरी वाहनों के दबाव को कम करने के लिए रिंंग रोड, ग्रीन फील्ड रोड, μलाइओवर और कुछ सड़कों का चौड़ीकरण कर उन्हें 6 लेन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसे जल्द ही केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा। - एसके सिंह रीजनल ऑफिसर (मप्र), एनएचएआई
- मप्र पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के डाटा के अनुसार साल 2022 में मप्र में 54,432 रोड एक्सीडेंट हुए जिनमें 13427 लोगों की मौत हुई।
- एंबुलेंस सर्विस 108 के डाटा के अनुसार साल 2023 के पहले 6 महीने (जनवरी से जून) में ही 72 हजार एक्सीडेंट हुए।