लीबिया में गायब हुआ 250 किलो यूरेनियम, यूएन चिंतित

लीबिया में गायब हुआ 250 किलो यूरेनियम, यूएन चिंतित

 ट्राइपोलि। यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच लगातार बढ़ रहे परमाणु हमले की आशंका के बीच लीबिया से तकरीबन 250 किलो प्राकृतिक यूरेनियम गायब हो गया है। विएना की इंटरनेशनल परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल मारियानो ने यूरेनियम से भरे 10 ड्रम न मिलने की जानकारी दी है। मुसीबत ये है कि यदि ये यूरेनियम गलत हाथों में पड़ गया तो तबाही मचा सकता है। यूरेनियम ही वो पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल परमाणु बम बनाने में होता है। हालांकि प्राकृतिक यूरेनियम को सीधे किसी हथियार में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। पहले इसे रिफाइन (संवर्धित) यूरेनियम में बदलना होगा। इसबीच संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी ने यूरेनियम के गायब होने पर चिंता जताई है। मारियानो के अनुसार एक परमाणु बम के लिए तकरीबन 25 किग्रा संवर्धित यूरेनियम की आवश्यकता होती है। इसे बनाने के लिए पहले प्राकृतिक यूरेनियम को गैस में बदला जाता है, इसके बाद इसे न्यूक्लियर फ्यूल तैयार होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक 100 किग्रा यूरेनियम से तकरीबन 6 किलो संवर्धित यूरेनियम बनाई जा सकती है। इस हिसाब से 15 किलो संवर्धित यूरेनिय तैयार होगा।

स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक 8 यूरेनियम

एक प्रकार का रेडियोएक्टिव पदार्थ है, ऐसे में यह लोगों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। यानी इसे ठीक से स्टोर किया जाना भी बहुत जरूरी है। 8 विशेषज्ञों के मुताबिक यूरेनियम के अल्फा कण सांस के साथ शरीर के अंदर जाकर हड्डी या लिवर कैंसर का कारण बन सकते हैं। 8 इससे फेफड़ों और किडनी को भी बहुत नुकसान पहुंचता है।

बिजली बनाने में काम आता है यूरेनियम

8 परमाणु बम बनाने के अलावा इससे मिसाइल, गोलियां, छोटे बम भी बन सकते हैं। 8 परमाणु संयत्रों में भी इसका इस्तेमाल र्इंधन में होता है। 8 यूरेनियम का इस्तेमाल बिजली बनाने में भी होता है। एक किलो यूरेनियम से 45 हजार किलो वाट बिजली बनाई जा सकती है, जबकि इसके मुकाबले 1 किलो कोयले से महज 8 किलो वॉट बिजली बनेगी