मनरेगा से 29 हजार मजदूरों को हर दिन मिल रहा काम

जबलपुर । जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना मनरेगा लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूरों के रोजी-रोटी का बड़ा जरिया बन गई है। योजनांतर्गत जिले में 18 हजार 919 निर्माण कार्य प्रगतिरत हैं। इन कार्यों के माध्यम से प्रतिदिन औसतन 29 हजार मजदूरों को रोजगार मिल रहा है। कलेक्टर भरत यादव और जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा इन कार्यों की सतत निगरानी और समीक्षा करते हैं। मनरेगा के परियोजना अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु लगे लॉकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार मनरेगा में काम कर रहे हैं। वे बताते हैं कि जिले में पिछले वर्ष मई माह में जहां दो लाख 75 हजार मानव दिवसों का रोजगार सृजित हुआ था। वहीं इस साल मई माह में मानव दिवस रोजगार सृजन का यह आंकड़ा दोगुने से भी अधिक बढ़कर 6 लाख 36 हजार मानव दिवस हो गया है। मनरेगा श्रमिकों को रोजगार देने के मामले में इस उपलब्धि ने एक रिकार्ड बना दिया।
1.2 लाख जॉब कार्ड
मांग पर रोजगार उपलब्ध कराने की गारंटी देने वाली इस योजना के तहत जॉब कार्ड धारक परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराया जाता है। वर्तमान में जिले में एक लाख दो हजार 27 सक्रिय जॉब कार्ड धारक परिवार हैं। पीओ संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि इस साल के अप्रैल माह से अब तक 6 हजार 832 जॉब कार्ड बनाये गये हैं, जिसमें 16 हजार 882 श्रमिक शामिल हैं।
रिन्यू किए जा रहे जॉब कार्ड
राज्य शासन की श्रम सिद्धि योजना के तहत बाहर से आये मजदूरों के बंद हो चुके जॉब कार्ड को रिन्यू किया जा रहा है। वहीं जिनके जॉब कार्ड नहीं बने हैं उन्हें नवीन जॉब कार्ड दिये जा रहे हैं। इसके अलावा जिला स्तर पर श्रम सिद्धि योजना का हेल्पलाइन नंबर भी दिया गया है।