लेमा गार्डन के राजीव आवासों से 366 रहवासी किए जाएंगे बाहर, ननि ने सिर्फ 68 को माना वैध

जबलपुर । 6 साल पहले लेमा गार्डन में राजीव आवास योजना अंतर्गत बने 434 आवासों में जबरिया कब्जा कर रहने वाले 366 परिवारों पर बेदखली की गाज कभी भी गिर सकती है। विगत दिवस नगर निगम में एमआईसी ने यह निर्णय लिया है। सत्ता और विपक्ष की लड़ाई में बड़ी संख्या में परिवार पिस सकते हैं। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि हमारा नाम ननि की लिस्ट में आया था जिसे जगह-जगह चिपकाया गया था इसमें आरआई,पटवारी से लेकर ननि के जिम्मेदार अधिकारियों के सील साइन हैं। लिस्ट में नाम आने के बाद ही हम यहां पर आए हैं। हालाकि ननि अधिकारियों का कहना है कि इनमें से किसी ने राशि जमा नहीं की है।
सत्ता पक्ष का हाईवोल्टेज ड्रामा
यह लड़ाई सत्ता और विपक्ष की है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद नगर निगम में सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा के जनप्रतिनिधि अपनी उपेक्षा और अधिकारियों की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं। विगत माह हुई एमआईसी बैठक में सभी सदस्यों ने निगमायुक्त से तत्काल लेमा गार्डन पर कार्रवाई की मांग की थी जिस पर निगमायुक्त ने बैठक के बाद चर्चा करने कहा,इस पर एमआईसी के सदस्य भड़क गए और आयुक्त कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। करीब 5 घंटे एमआईसी सदस्य और भाजपा के बड़े नेता जो कि मौके पर आ गए थे धरने पर बैठे रहे। विगत दिवस हुई एमआईसी बैठक में इस मामले पर फिर चर्चा की गई और विस्थापितों के 68 परिवारों को छोड़कर शेष सभी को अतिक्रमणकारी मानते हुए मकानों से बाहर करने का निर्णय पारित किया गया। 3
फैक्ट फाइल
434 आवास हैं राजीव आवास योजना लेमा गार्डन में ????
68 विस्थापित परिवारों को माना जा रहा वैध ????
366 परिवारों पर गिर सकती है बेदखली की गाज ????
285 का कहना कि लिस्ट में नाम था इसलिए आए ????
3.84 लाख है आवास की कीमत ????
450 वर्ग फीट में है निर्माण