प्रधानमंत्री के आयोजन के लिए लगेंगी 370 बसें
इंदौर। रविवार को झाबुआ में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आयोजन के लिए परिवहन विभाग द्वारा 370 बसों का अधिग्रहण किया जाएगा। शनिवार शाम से बसें ली जाएंगी, जो रविवार रात तक ही लौटेंगी। इस कारण रविवार को बसों से सफर करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इधर, इससे पहले भुगतान व्यवस्था को लेकर आरटीओ को शिकायत की गई है, जिसमें कुछ बड़े संचालकों द्वारा पूरा भुगतान लेने और बाद में कम भुगतान करने की बात कही गई है।
आरटीओ ने मामले की जांच के लिए कहा है। अधिकारियों के अनुसार इस कार्यक्रम के लिए इंदौर से 370 बसें मांगी गई हैं। पहले 200 बसें मांगी गई थीं। अब संख्या बढ़ा दी गई है। ये बसें विभिन्न रूट से ली जाएंगी। कुछ बसें शैक्षणिक संस्थानों से भी अधिग्रहित की जाएंगी। कार्यक्रम के बाद लोगों को छोड़कर बसें वापस लौटना शुरू हो जाएंगी। इधर, इस मामले में कुछ बस संचालकों ने आरटीओ को शिकायत की है। उनका कहना है कि जिला प्रशासन के आदेश पर परिवहन विभाग द्वारा बसों का अधिग्रहण किया जाता है। सरकारी दर से इन्हें किराया दिया जाता है।
नियमानुसार जिस बस संचालक से बस ली गई है, यह राशि उसी के खाते में ट्रांसफर की जाना चाहिए। बसों के अधिग्रहण के बाद जब सरकार भुगतान करती है तो 100-100 से ज्यादा बसों का पैसा एक से दो लोगों के खाते में डलवाया जाता है। इसमें परिवहन विभाग के बाबुओं की भी मिलीभगत होती है, क्योंकि एक ही ऑपरेटर के पास जब इतनी बसें नहीं हैं, एक ही के खाते में इतनी बसों का किराया क्यों डाला जा रहा है? इस संबंध में आरटीओ प्रदीप शर्मा ने कहा कि बस संचालक हर आयोजन का हिसाब देख सकता है। जितना भुगतान आता है, बस संचालकों को दिया जाता है, फिर भी हम मामले की जांच करवाएंगे।