4 माह में 50% बढ़े विमान ईधन के दाम

4 माह में 50% बढ़े विमान ईधन के दाम

नई दिल्ली। विमान ईधन (एटीएफ) की कीमतों में 3.22 प्रतिशत की और वृद्धि की गई है। इससे इसके दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। 2022 में विमान ईधन की कीमतों में यह नौवीं बढ़ोतरी है। एक जनवरी से नौ बार में एटीएफ कीमतों में 42,829.55 रु. प्रति किलोलीटर या 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वैश्विक स्तर पर ऊर्जा की कीमतों में उछाल आया है, जिसका असर विमान ईधन पर भी पड़ा है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में एटीएफ की कीमतों में 3,649.13 रु. प्रति किलोलीटर या 3.22 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अब राष्ट्रीय राजधानी में एटीएफ का दाम 1,16,851.46 रु. प्रति किलोलीटर (116.8 रु. लीटर) पर पहुंच गया है। परिचालन लागत में 40% होता है ईधन का हिस्सा: किसी भी एयरलाइन की परिचालन लागत में विमान ईधन का हिस्सा करीब 40 प्रतिशत होता है। 2022 की शुरूआत से एटीएफ का दाम हर पखवाड़े में बढ़ाया गया है। विमान ईंधन की कीमतों में हर महीने की पहली और 16 तारीख को संशोधन किया जाता है। वहीं पेट्रोल और डीजल कीमतों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों के दामों के अनुरूप प्रतिदिन संशोधन होता है। इससे पहले 16 मार्च को एटीएफ के दाम 18.3 प्रतिशत या 17,135.63 रु. प्रति किलोलीटर बढ़ाए गए थे। एक अप्रैल को भी विमान ईधन दो प्रतिशत या 2,258.54 रु. प्रति किलोलीटर महंगा हुआ था। 16 अप्रैल को इसकी कीमतों में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। मुंबई में एटीएफ का दाम अब 1,15,617.24 रु., कोलकाता में 1,21,430.48 रु. और चेन्नई में 1,20,728.03 रु. प्रति किलोलीटर हो गया है।

पेट्रोल, डीजल की बिक्री नरम , एलपीजी की घटी

भारत में अप्रैल 2022 में पेट्रोल और डीजल की बिक्री में वृद्धि नरम रही, वहीं घरेलू रसोई गैस एलपीजी की खपत घटी है। ईधन के दाम रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंचने की वजह से मांग प्रभावित हुई है। उद्योग के आरंभिक आंकड़ों से रविवार को यह जानकारी मिली है। मार्च, 2022 की तुलना में अप्रैल, 2022 में पेट्रोल की बिक्री में वृद्धि 2.1 फीसदी रही जबकि डीजल की मांग लगभग सपाट रही। रसोई गैस एलपीजी जिसकी मांग महामारी काल में भी बढ़ती रही थी, उसकी खपत में भी मासिक आधार पर अप्रैल में 9.1 फीसदी की गिरावट आई।