503 छात्र रहे अनुपस्थित 7643 ने दी 2 पालियों में परीक्षा

जबलपुर । शहर में 8146 छात्र-छात्राओं को मंगलवार से शुरू हुई 12 वीं कक्षा की परीक्षा देने के लिए पंजीकृत किया गया था जिनमें से 503 छात्र अनुपस्थित रहे। कुल 7643 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में सहभागिता की। जिले के कुल 22 हजार 328 विद्यार्थियों ने मंगलवार को बारहवीं का पेपर देना था। इसके लिए 104 एग्जाम सेंटर बनाए गए। परीक्षा दो पलियों में ली गई जो कि सुबह 9 एवं दोपहर 2 बजे से हु। इसके लिए हर छात्र की थर्मल स्के्रनिंग की व्यवस्था की गई। गाइड लाइन से ऊपर जिस छात्र का टेम्प्रेचर मिला उसे अलग कमरे में बैठाकर परीक्षा ली गई। शासन के निर्णय के अनुसार बारहवीं की परीक्षाओं के बचे हुए पेपर अब लिए जा रहे हैं। इसके लिए 9 मार्च को पहला पेपर हायर मेथेमेटिक्स का हुआ और दूसरी पारी में भूगोल का पेपर हुआ।परीक्षा केन्द्रों पर स्वास्थ्य टीमें तैनात रहीं। हर छात्र को थर्मल स्के निंग के बाद ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया गया। शासन की गाइड लाइन के अ नुसार हर छात्र का टेम्पे्रचर भी लिया गया जो छात्र गाइड लाइन से ऊपर टेम्प्रेचर के मिले उन्हें अलग कक्ष में परीक्षा के लिए बैठाया गया।
तैनात रहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें
परीक्षा केन्द्रों में सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुररिया के निर्देशन में गठित की गई टीमें हेल्थ चैकअप करती रहीं।मॉनीटरिंग टीम के अधिकारी डीएमओ अजय कुरील ने बताया कि दो परीक्षा केन्द्रों में 21 परीक्षार्थियों का टेम्प्रेचर गाइड लाइन से अधिक पाया गया था। इसे देखते हुए उनके बैठने की व्यवस्था अलग करवाई गई। हर छात्र का थर्मल स्क्रेनिंग के बाद प्रवेश इन टीमों ने ही सुनिश्चित किया है।
थाना प्रभारियों ने की निगरानी
हायर सेकेण्डरी परीक्षाओं में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। हालाकि किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई। न ही किसी तरह का विवाद ही सामने आया। परीक्षा केन्द्रों के पास पुलिस बल तैनात रहा।
22,328 हैं कुल परीक्षार्थी
जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा के अनुसार जिले में बारहवीं क परीक्षा के लिए कुल 104 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। पहली पाली में 12 हजार छात्र- छात्राओं ने परीक्षा दी है। बाकी छात्र- छात्राओं ने दूसरी पाली में परीक्षा दी है। जिले में कुल 22 हजार 328 छात्र- छात्राओं को परीक्षा देनी है।
दूसरे जिलों से आए 53 परीक्षार्थी
दूसरे जिलों के 53 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी वहीं जबलपुर के 650 परीक्षार्थियों ने दूसरे जिलों में जाकर परीक्षा दी है। सभीपरीक्षा केन्द्रों को पूर्व में ही सेनिटाइज करवाने के बाद ही परीक्षार्थियों को पूरे हेल्थ चैकअप के बाद ही प्रवेश दिया गया। इनमें स्वास्थ्य विभाग की टीम को विशेष योगदान रहा। 9 से 16 जून तक बारहवीं की परीक्षाएं ली जाएंगी।
कंटेनमेंट जोन से भी पहुंचे
गाइड लाइन के अनुसार कंटेनमेंट एरिया में रहने वाले परीक्षार्थी भी परीक्षा दे सकेंगे लिहाजा उन्हें भी परीक्षाओं में शामिल होने दिया गया। नियमों का पालन अनिवार्य रहा जिसके पालन न करने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
परीक्षा के पूर्व बीमा कराए जाने की मांग
मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने माध्यमिक शिक्षा मंडल से मांग की है कि परीक्षा पूर्व ऐसे कर्मचारियों का बीमा कराया जाए जो परीक्षा में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। संघ के योगेन्द्र दुबे का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बीच परीक्षा लेना खतरे से खाली नहीं है इसलिए शिक्षकक र्मचारियों को 50 लाख का बीमा कराया जाए। कर्मचारी संघ का कहना है कि खतरों के बीच नौकरी करने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों के परिजनों में चिंता व्याप्त है।
फैक्ट फाइल
विषय - रसायन
दर्ज संख्या - 8146
उपस्थित - 7643
अनुपस्थित- 503
प्रतिशत - 94
जब इस तरह संक्रमण की आशंका है तो परीक्षाएं स्थगित होनी चाहिए थी। मैं कंचनपुर में रहता हूं। पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। दिक्कतों के बाद भी पेपर अच्छा गया है। - संतोष कुमार विश्वकर्मा,
कंचनपुर। लॉक डाउन के चलते क्लासेस नहीं लगीं,कोचिंग भी बंद रहीं। घर पर ही पढ़ाई की है मगर 12वीं की पढ़ाई आसान नहीं होती। फिर भी पेपर तो दिए हैं उम्मीद हैअच्छे नंबर मिलेंगे। - खुशी गौर,मदनमहल।
पेपर देते वक्त बहुत मानसिक दबाव रहा। मेरा मानना है कि अभी परीक्षा लेने का माहौल नहीं है,कुछ समय बाद लेना चाहिए था। परिवार में भी चिंता रही। पेपर अच्छे से दिया है। - अनिकेत कुमार,अधारताल।