मप्र में दस दिन में लाड़ली बहना योजना में जुड़ीं 54 लाख बहनें

भोपाल। नरसिंहपुर की आशा साहू इन दिनों काफी खुश है, क्योंकि उनका नाम लाड़ली बहना योजना में जुड़ गया है और केवाईसी भी हो गया है। वह कहती हैं, ज्यादा समस्या हर दिन सब्जी खरीदने की रहती है। कई बार पैसे के अभाव में राशन नहीं खरीद पाती थी। हमारे भैया शिवराज ने एक हजार रुपए हर माह देने का जो प्लान बनाया है, उससे सब्जी खरीदने की चिंता दूर होगी। केवाईसी कराने के बाद से हमारी खुशी का ठिकाना नहीं है। आशा अकेली नहीं हैं, जिनका नाम लाड़ली बहना योजना में शामिल हुआ है। मंगलवार को इस योजना के शुरू हुए 10 दिन हो चुके हैं और अब तक इससे जुड़ने वाली बहनों का आंकड़ा करीब 54 लाख पहुंच गया है। योजना में औसतन 5.40 लाख महिलाओं के केवाईसी रोजाना जमा हो रहे हैं। फॉर्म भरने की अंतिम तारीख 30 अप्रैल है, लेकिन जिस गति से केवाईसी हो रहे हैं, उससे आंकड़ा पहले पार होने की संभावना है।
बहनों ने जो विश्वास मेरे प्रति जताया, उसे मैं टूटने नहीं दूंगा : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बहनों ने जो विश्वास मेरे प्रति जताया है, उसे मैं टूटने नहीं दूंगा। मंगलवार को खंडवा में लाड़ली बहना महा सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने प्रण लिया है कि मध्यप्रदेश में बेटियों को वरदान बनाऊंगा। मैं दिन-रात उनके कल्याण में लग गया। यहां लगभग एक लाख बहनों द्वारा मुख्यमंत्री को लिखी गई पातियां उन्हें भेंट की गई। मुख्यमंत्री को बहनों ने राखियों से बनाई उनकी तस्वीर भी भेंट की। सम्मेलन में हजारों बहनों के बीच मुख्यमंत्री ने ‘फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हजारों में मेरी बहना है’ गीत भी गाया। उन्होंने कहा कि मैं कच्चे धागे के इस बंधन को उम्र भर निभाऊंगा। मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओं को प्रदेश के विकास में भाई का साथ देने की शपथ दिलाई। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और महिला स्व-सहायता समूह के स्टाल पर चाय और लड्डू का स्वाद भी चखा।