जिले के 7 सौ स्कूलों में नहीं है बिजली कैसे लगेंगी कम्प्यूटर व स्मार्ट क्लास

जिले के 7 सौ स्कूलों में नहीं है बिजली कैसे लगेंगी कम्प्यूटर व स्मार्ट क्लास

जबलपुर । प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा करीब 90 हजार से ज्यादा स्कूल संचालित है। जिसमें से प्रदेश के 5 से 6 प्रतिशत ऐसे स्कूल है जहां पर बिजली नहीं है, इन स्कूलों में विद्युत नहीं होने से कम्प्यूटर से लेकर, स्मार्ट क्लास जैसी व्यवस्थाएं नहीं पहुंच सकी हैं। अधिकारियों ने इस समस्या को गम्भीरता से नहीं लिया। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में नए स्कूल खुलना और बिजली पोल की दूरी अधिक होना भी बिजली नहीं होने का एक कारण बताया जा रहा है। दरअसल 15 जुलाई के बाद से टीवी के माध्यम से ही बच्चों को पढ़ाई कराई जाएगी। गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा विभाग इन दिनों डिजीटल शिक्षा पर जोर दे रहा है। टीवी के माध्यम से यह पढ़ाई कराए जाने की योजना है। परंतु कई स्कूलों में बिजली कनेक्शन ही नहीं हैं। इससे विभाग की इस कवायद की सफलता पर संदेह बन रहा है। कोराना संक्रमण के चलते स्कूलों में शिक्षण कार्य नहीं हो रहे हैं। ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग डिजिटल मोड पर काम कर रहा है। वहीं जिले के करीब 7 सौ स्कूलों में बिजली नहीं है।

चुनाव के समय स्कूल हो जाते हैं रोशन

विदित हो कि चुनाव के दौरान स्कूलों में बिजली व्यवस्था कर दी जाती है। यह सुविधा स्कूलों में कुछ ही माह तक मिल पाती है। बिजली बिल जमा नहीं होने से विद्युत कनेक्शन काट दिए गए। स्कूलों को कनेक्शन के लिए राशि आवंटित की गई है। जिन स्कूलों में अभी तक कनेक्शन नहीं हुए हैं, उन्हें निर्देशित किया गया है कि वे फिटिंग कराएं। स्कूल से कनेक्शन की दूरी आदि की जानकारी लेकर सम्बंधित बिजली आॅफिस से सम्पर्क करें।

अधिकतम नए स्कूलों में हो चुकी है विद्युत व्यवस्था

स्कूल शिक्षा विभाग के उपसंचालक ने बताया कि जो अभी नई बिल्डिंग बनी हैं उनमें करीब 90 प्रतिशत तक स्कूलों में बिजली की व्यवस्था की कम्पलीट कर दी गई है। जहां विद्युत पोल दूर होंगे,वहीं पर विद्युत कनेक्शन नहीं हुए होंगे। गौरतलब है कि मानव संसाधन मंत्रालय ने आदेश दिए थे कि नए भवन बनेंगे उसमें ठेकेदार को ही विद्युत व्यवस्था करनी होगी।