कोरोना से 73 साल के वृद्ध की मौत रेलवे अस्पताल में संक्रमित हुआ आरपीएफ कॉन्सटेबल के साथ भर्ती कर्मी

कोरोना से 73 साल के वृद्ध की मौत रेलवे अस्पताल में संक्रमित हुआ आरपीएफ कॉन्सटेबल के साथ भर्ती कर्मी

जबलपुर । कोरोना संक्रमण ने 73 वर्षीय एक वृद्ध की जान ले ली। सोमवार को जबलपुर में दसवीं मौत दर्ज हो गई। 11 नए मरीज सामने आए हैं। इस तरह कुल संक्रमितों की संख्या 250 पर पहुंच गई है। स्वस्थ होने के बाद एक व्यक्ति को डिस्चार्ज किया गया है। अब तक 180 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अस्पताल में 60 एक्टिव मरीज भर्ती हैं, जिन्हें इलाज प्रदान किया जा रहा है। नए पॉजिटिव मरीजों में महत्वपूर्ण बात यह है कि रेल्वे अस्पताल में आरपीएफ कॉन्सटेबल के साथ भर्ती एक अन्य कर्मी संक्रमित हुआ है। जानकारी के मुताबिक आईसीएमआर तथा मेडिकल कॉल्ज की वायरोलॉजी लैब से मिली परीक्षण रिपोर्ट्स में 11 नए मामले सामने आए हैं। इनमें 28 वर्षीय आरपीएफ कॉन्सटेबल 30 मई को बुखार तथा खांसी की शिकायत पर रेल्वे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। यह कॉन्सटेबल बैरक में रहता था तथा पिछले कुछ दिनों से श्वेताम्बरी गेस्ट हाऊस में क्वारेंटाइन था। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। आरपीएफ कॉन्सटेबल के साथ रेल्वे स्टेशन पर कार्यरत उदय नगर व्हीकल मोड़ रांझी निवासी 54 वर्षीय व्यक्ति भी सांस लेने में तकलीफ होने के कारण 29 मई को रेल्वे हॉस्पिटल लाए गए थे। एक ही कमरे में भर्ती आरपीएफ के साथी रेल कर्मी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इस तरह उक्त रेल कर्मी रेलवे अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान ही संक्रमित हुआ है। इसके अलावा छोटी ओमती क्षेत्र से पूर्व में संक्रमित आए परिवार के 6 पुरुष, मंडी मदार टेकरी से एक किशोर तथा दो महिलाएं भी पॉजिटिव पाई गईं हैं। कलेक्टर ने छोटी ओमती क्षेत्र को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर दिया है।

72 प्रतिशत है रिकवरी रेट

एडीएम प्रियंक मिश्रा ने अपनी ब्रीफिंग में बताया कि सोमवार को 148 सैम्पल परीक्षण के लिए भेजे गए। अब तक कुल 6,834 सैम्पल जाँच के लिए भेजे जा चुके हैं। कुल 180 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 250 में से 180 लोगों का स्वस्थ होना इस शहर का बेहतर रिकवरी रेट है, जो 72 प्रतिशत पाया गया है। कुल सस्पेक्टेड 259 हैं। कंटेनमेंट क्षेत्र की संख्या छोटी ओमती को मिलाकर 14 हो गई है। संस्थागत 1,248 तथा 12,032 होम क्वारंटाइन हैं।

अत्यंत गंभीर अवस्था में मेडिकल लाए गए थे वृद्ध दादू राम

नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज कोविड वार्ड से जारी न्यूज बुलेटिन में बताया गया कि रवीन्द्र नगर अधारताल निवासी 73 वर्षीय दादू राम दुबे को अत्यंत गंभीर अवस्था में 24 मई को सस्पेक्टेड वार्ड में भर्ती किया गया था। 25 मई को प्राप्त रिपोर्ट में वे पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया। वृद्ध की हिस्ट्री अनुसार उन्हें कई वर्षों से मधुमेह तथा अनियंत्रित रक्तचाप की समस्या थी। भर्ती के पूर्व तीन दिनों से बुखार, खांसी तथा गले में खराश की समस्या थी। दोनों फेफड़ों में निमोनिया के अधिक संक्रमण एवं मधुमेह अनियंत्रित होने से उन्हें सघन चिकित्सा प्रदान की गई। उनकी एबीजी जाँच में रेस्पीरेट्री अल्केलोसिस भी पाया गया। जीवन-मृत्यु से एक सप्ताह तक संघर्ष के बाद 31 मई के रात 11 बजे तक 35 मिनट पर उनका निधन हो गया। वृद्ध को आक्सीजन के अलावा बाइपेथैरेपी तथा वेंटीलेटर सपोर्ट भी दिया गया लेकिन एक-एक कर उनके हृदय, किडनी आदि अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। मल्टी आॅर्गन फेल्युर होने की वजह से उनकी मौत हो गई।

क्या खुलेगा-क्या नहीं खुलेगा? आज जारी होंगे आदेश

एडीएम संदीप जीआर ने अनलॉक- 1 के तहत ब्रीफिंग में स्पष्ट किया कि शहर के 14 वार्डों को बफर जोन के तहत ट्रीट किया जाएगा। ग्रीन जोन में अब तक जो दुकानें आड-ईवन के तहत खुल रही हैं, उन्हें उनसे मुक्त करने का विचार चल रहा है। जबकि बफर जोन की दुकानें आडई वन के तरह खोली जा सकती हैं। इस संबंध में चैम्बर के प्रतिनिधियों से लगातार बात हो रही है। अन्य व्यापारिक संगठन तथा जन प्रतिनिधियों से रायशुमारी की गई है। सुरक्षा के लिए एहतियात, फिजिकल डिस्टेंसिंग पर फोकस किया जा रहा है। अब तक प्रतिबंधित चीजों में और क्या-क्या शिथिलता दी जा सकती है, उस पर मंगलवार को विस्तृत आदेश जारी किए जाएंगे। सैलून, होटल तथा रेस्टॉरेंट आदि को 8 जून से खोलने पर भी विचार किया जा रहा है लेकिन इनके खुलने के बाद संक्रमण को किस तरह से नियंत्रित रखा जा सके? इस पर गहन मंथन किया जा रहा है। सैलून तथा होटल में किस डिस्पोजेबल चीजों का इस्तेमाल किया जाना संभव होगा, इन सब पर भी लगातार चर्चा चल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में सैलून की दुकानें सुरक्षा एहतियात की गाइड लाइन के तहत खोलने की अनुमति प्रदान कर दी गई है।