पुलिसकर्मियों के बच्चों की फीस में 75 हजार की मदद

भोपाल। मप्र पुलिस के अफसरों और कर्मचारियों के बच्चों को पुलिस महानिदेशक ने एक बड़ा तोहफा दिया है। प्रायवेट कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों की फीस में आर्थिक मदद देते हुए 75 हजार तक की सहायता दी जाएगी। यह आर्थिक मदद उन छात्रों के लिए होगी, जिन्होंने अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। ऐसे छात्रों के लिए प्रोत्साहन स्वरूप पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने 1 जून 2020 से नवीन शिक्षा निधि नियमावली जारी की है। इसमें प्रायवेट संस्थानों के पात्र छात्रों की फीस सरकारी कॉलेज की तरह भुगतान की जाएगी। इसके लिए स्कूली छात्रों को भी वार्षिक आर्थिक मदद की जाएगी। इन छात्रों को मिलेगा फायदा 11वीं और 12वीं के छात्र जिनका पिछली परीक्षा का प्रतिशत 60 से 84 तक है, उन्हें 2,500 रुपए और 85 प्रतिशत या उससे ज्यादा है तो 4 हजार रुपए की वार्षिक राशि दी जाएगी। 12वीं के बाद इंटीग्रेटेड कोर्स, स्नातक, स्नोतकोत्तर और डिप्लोमा कोर्स में गत वर्ष 60 प्रतिशत या उससे ज्यादा अंकों से परीक्षा पास करने पर शिक्षण सत्र की वार्षिक ट्यूशन फीस 75 हजार तक दी जाएगी।
दिवंगत पुलिसकर्मियों के बच्चों को भी मिलेगा लाभ
जारी नियमावली के मुताबिक दिवंगत ऐसे पुलिस अधिकारी व कर्मचारी जिन्हें असाधारण परिवार पेंशन स्वीकृत होती है, उनके बच्चों को भी पात्रता अनुसार ट्यूशन फीस प्रदान की जाएगी। ट्यूशन फीस प्रतिपूर्ति पात्रतानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उपसे नानी से आरक्षक स्तर के कर्मियों के पढ़ने वाले प्रथम दो बच्चों के लिए होगी। बाल आरक्षक स्वयं के वयस्क होने तक शिक्षा निधि से पात्रतानुसार ट्यूशन फीस प्रतिपूर्ति का लाभ ले सकता है। जिस शाखा के अधीन बाल आरक्षक पदस्थ है, उस शाखा प्रभारी का दायित्व रहेगा कि वह उसका मामला इकाई प्रमुख के जरिए नियमानुसार भेजे।
इस तरह करना होगा आवेदन
इकाई को मिलने वाले आवेदन पत्रों का इकाई स्तर की कमेटी द्वारा जांच कर जोन अथवा रेंज को भेजा जाएगा। जिसका जोन स्तर पर बनाई गई कमेटी द्वारा परीक्षण कर, अनुशंसा सहित मय सहपत्रों के पीएचक्यू के लिए भेजा जाएगा। यह योजना शिक्षण सत्र 2020-21 से आगामी आदेश तक आने वाले शिक्षण सत्रों के लिए मान्य होगी।