8 मोबाइल, 1 कम्प्यूटर, ग्राहकों का डेटा सहित अन्य दस्तावेज बरामद
इंदौर। क्राइम ब्रांच ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज कर जांच करते हुए आरोपी को गिरफ्त में लिया है। आरोपी के पास से 8 मोबाइल, 1 कम्प्यूटर सिस्टम एवं ग्राहकों का डेटा सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपी फर्जी कॉल सेंटर के जरिए अमेजन और फ्लिपकार्ट की डीलरशिप देकर ठगी करता था।
क्राइम ब्रांच में एक आवेदिका द्वारा अपने फोटो का दुरुपयोग कर धोखाधडी संबंधी शिकायत की गई थी, जिसमें क्राइम ब्रांच टीम द्वारा आवेदिका से संपूर्ण जानकारी लेकर जांच की गई। इसमें पता चला कि राजस्थान के आवेदक को कंपनी की डीलरशिप देने के नाम से आरोपी द्वारा कॉल कर अपना नाम गलत बताते हुए प्रोडक्ट्स एवं कमीशन आदि के नाम से 45 हजार रुपए की ठगी की गई है।
फर्जी सिम कार्ड का उपयोग
क्राइम ब्रांच ने संबंधित फर्जी कंपनी के बैंक खाते व अन्य जानकारी लेकर जांच की तो पता चला कि अमेजन शॉपिंग नामक कंपनी के संचालक आशीष शर्मा द्वारा वेस्टर्न बिजनेस सेंटर न्यू पलासिया, इंदौर से ठगी कर फर्जी सिम कार्ड का उपयोग कर संपर्क किया जाता है, साथ ही उन्हें डीलरशिप देने का बोलकर एक्स्ट्रा प्रॉफिट के नाम पर कई आवेदकों से लाखों रुपए ऑनलाइन पेमेंट लिया गया और उन्हें फर्जी प्रोडक्ट्स भेजे गए हैं।
दो साल से कर रहा धोखाधड़ी
यह जानकारी पता चलते ही क्राइम ब्रांच टीम द्वारा उक्त ऑफिस पर छापा मारा और संचालक आशीष शर्मा निवासी कनाडिया को हिरासत में लिया। पूछताछ में आशीष ने बताया कि वह पिछले 2 वर्षों से अमेजन शॉपिंग कंपनी का संचालन करते हुए लोगों से धोखाधड़ी कर रहा है।
50 लाख से अधिक की ठगी
आरोपी ग्राहकों को कॉल करके झूठी डीलरशिप देने के नाम पर ऑनलाइन रुपए ठग रहा हैं। आरोपी ने 50 से अधिक लोगों के साथ लगभग 50 लाख रुपए की ठगी करना स्वीकार किया है, जिसकी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 8 मोबाइल, 1 कम्प्यूटर सिस्टम एवं ग्राहकों का डेटा सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए। अब क्राइम ब्रांच थाने में धारा 420, 406, 409 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जा रही है।