गहलोत के समर्थक 92 विधायकों का इस्तीफा

गहलोत के समर्थक 92 विधायकों का इस्तीफा

जयपुर। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की दावेदारी से शुरू हुई सियासी हलचल अब तूफान में बदल गई है। गहलोत ने सीएम पद छोड़ने की हामी तो भर दी थी, लेकिन रविवार को नया नेता चुनने की बारी आई तो सचिन पायलट को सीएम बनाने के विरोध में गहलोत के समर्थक 92 विधायकों ने विस अध्यक्ष के घर जाकर इस्तीफे दे दिए। गहलोत गुट के विधायकों ने रविवार की शाम को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के घर जाकर अपने इस्तीफे सौंप दिए। मंत्री प्रताप खाचरियावास ने दावा किया कि हमारे पास 92 विधायक हैं। उन्होंने कहा कि 102 विधायकों से सीएम बनाएं, बगावत करने वाले को नहीं।

गहलोत ने कहा- विधायकों का निजी फैसला है

अपने समर्थन में हुए विधायकों के शक्ति प्रदर्शन से हाथ झाड़ते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि उनके बस में कुछ नहीं है। यह विधायकों का निजी फैसला है और इसमें उनका कोई हाथ नहीं है।

बातचीत में गहलोत गुट ने रखी तीन शर्तें

हाई कमान की तरफ से भेजे गए वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन के सामने गहलोत गुट ने तीन शर्तें रखी हैं। पहली, नया सीएम सरकार बचाने वाले 102 विधायकों में से ही होना चाहिए जो दो साल पहले 38 दिन होटल में रुके थे। दूसरी, नए सीएम की घोषणा 19 अक्टूबर को अध्यक्ष के चुनाव के बाद की जाए। तीसरा , नया सीएम गहलोत की पसंद का बनाया जाए।

हम कहीं नहीं जा रहे: माकन

अजय माकन ने कहा है कि हम कहीं नहीं जा रहे, यहां रहकर मामले को सुलझाएंगे। उन्होंने कहा कि वे और खड़गे कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर एक-एक विधायक से मिलेंगे।

विधान सभा का गणित
कुल विधायक                 200
कांग्रेस के विधायक         108
इस्तीफे दिए                    92
निर्दलीयों का समर्थन        13