प्रदेश में महिला सशक्तिकरण का नया युग शुरू, नेतृत्व करेंगी बेटियां: सीएम

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को सिंगल क्लिक से 3 लाख 33 हजार 842 लाडली लक्ष्मी बालिकाओं के लिए 107 करोड़ 67 लाख रुपए की छात्रवृत्ति राशि ट्रांसफर की। भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए 5 लाडली लक्ष्मी बालिकाओं को पुरस्कार भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना प्रदेश की बेटियों के जीवन में बदलाव लाने वाली सिद्ध हुई है। योजना से बेटियों को छात्रवृत्ति राशि ही नहीं मिली, बल्कि उनके सशक्तिकरण का नया युग प्रारंभ हुआ है। अब लाडली लक्ष्मी 2.0 में उच्च शिक्षा के लिए फीस भरने का कार्य भी सरकार करेगी। प्रदेश में 44 लाख से अधिक लाडली लक्ष्मी बेटियां हैं। चौहान ने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना के कारण बाल विवाह जैसी कुरीतियों पर नियंत्रण हुआ है। शिक्षा में बालिकाओं की भागीदारी बढ़ी है। परिवार में जन्म लेने वाली बेटियों का विद्यालयों में शत-प्रतिशत नामांकन भी होने लगा है। राज्य सरकार द्वारा बजट की व्यवस्था और लाडली लक्ष्मी योजना को पढ़ाई से जोड़ कर क्रियान्वित किए जाने से बालिकाओं का आत्म-विश्वास बढ़ा है।
बेटियों से संवाद और मुलाकात के भावुक क्षण
सुलोचना साहू ने बताया कि उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में सिलाई कारखाने में कार्य कर दो बेटियों के पालन-पोषण का कार्य किया। दोनों बेटियों को लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ मिला है। यह सुनकर मुख्यमंत्री भावुक हो उठे। योजना का लाभ ले रही नंदिनी तिवारी ने भी अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने पर लाडली लक्ष्मी सानिया बाथम भोपाल, वंशिका माहेश्वरी बैतूल और ऋषिका राहोत इंदौर, विज्ञान क्षेत्र से पलक तोमर शिवपुरी एवं शिक्षा तथा विज्ञान क्षेत्र से रेणुका मिश्रा रीवा को सम्मानित किया।