कांग्रेस के पूर्व पार्षद बैंक मैनेजर और थाना प्रभारी सहित रिकॉर्ड 120 कोरोना संक्रमित मिले

कांग्रेस के पूर्व पार्षद बैंक मैनेजर और  थाना प्रभारी सहित रिकॉर्ड 120  कोरोना संक्रमित मिले

ग्वालियर। कोरोना कहर अपने चरम पर आ चुका हैं रविवार को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट ने सभी के होश उड़ा दिए है एक दिन में 100 से अधिक पॉजिटिव मरीज निकलने की वजह से हर किसी में खौफ नजर आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में जिन्हें कोरोना निकला हैं उनमें कांग्रेस के नेता व पूर्व पार्षद, भोपाल की एक बैंक के मैनेजर, ढोली बुआ के पुल से एक परिवार के 7 लोग, डबरा देहात थाने के थाना प्रभारी व अन्य स्टॉफ सहित डबरा से कुल 9 लोग संक्रमित पाए गए हैं कपड़ा कारोबारी की पत्नी व बेटा सहित कुल 120 मरीज संक्रमित पाए गए हैं, जीआरएमसी की रिपोर्ट में कुल 108, प्राइवेट जांच लैब से 2 एवं जिला अस्पताल की ट्रू नेट मशीन से एक मरीज के सेंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है। वहीं शाम की रिपोर्ट में 9 संक्रमित आए हेै। इसके साथ ही केवल 382 सेंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह ने बताया कि जिले में अभी तक कोरोना से पांच लोगों की मौत हो चुकी है वर्तमान 476 एक्टिव केस बचे हुए है और 269 कंटेनमेंट एरिया हैं।

दो दिनों में 113 अस्पताल से हुए डिस्चार्ज

शहरवासियों के लिए हल्की राहत की बात यह है जहां 100 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज निकले वहीं दूसरी ओर 58 मरीजों की अस्पताल से छुट्टी भी की गई। इस प्रकार केवल दो दिनों के भीतर अस्पताल से 113 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। इसके साथ ही तीन की रिपोर्ट अभी भी आना बाकी है, इनमें से दो मृतक है तो एक मरीज हॉस्पिटल में भर्ती है। जिनकी डेथ हो चुकी है उनमें एक ग्वालियर और एक शिवपुरी का मरीज है।

थाना हुआ क्वारेंटाइन

डबरा सिटी के देहात थाना प्रभारी एवं देहात थाना से 5 लोग सहित कुल 9 लोग डबरा से कोरोना संक्रमित निकले हैं। जिसमें थाना प्रभारी सहित, दो एसआई, महिला आरक्षक एवं एसएफ का सिपाई भी शामिल है। रिपोर्ट आने के बाद थाना प्रभारी केबिन सील कर दिया हैं और थाना क्वारेंटाइन कर दिया गया है। देहात थाने में पदस्थ एएसआई कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव निकली थी।

निगम में एक दर्जन लोग निकले चुके है संक्रमित

कोरोना का कहर नगर निगम अधिक फेल चुका है, यहां पर अभी तक एक दर्जन से निगम के लोग कोरोना संक्रमित निकल चुके हैं। इन एक दर्जन में केवल निगम के कर्मचारी ही नहीं बल्कि अधिकारी भी कोरोना महामारी का शिकार हो चुके हैं फिर चाहे वह निगम के कमिश्नर का पीए हो या फिर निगम के असिस्टेंड कमिश्नर, निगम के इंजीनियर, बाबू एवं सहायक पीआरओ हो आदि। निगम के अन्य कर्मचारियों में इसको लेकर भय है कि कहीं वह तो कोरोना के संक्रमण का शिकार तो नहीं हैं।