नैक की रिपोर्ट के अनुसार आत्मचिंतन कर गुणवत्तायुक्त शिक्षा दें संस्थान’

भोपाल। देश-प्रदेश के लोगों और समाज की प्रगति काफी हद तक शिक्षा के विकास, विशेषकर उच्च शिक्षा पर निर्भर करती है। इसके लिए अनुसंधान और शिक्षण के बीच तालमेल कर शिक्षा संस्थानों, अनुसंधान केंद्रों और उद्योगों के बीच साझेदारी जरूरी है। प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थान आत्मनिरीक्षण और आत्मचिंतन के लिए नैक की रिपोर्ट का उपयोग करें। रिपोर्ट में रेखांकित विषयों पर ध्यान देकर गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए व्यवस्था में सुधार करें। यह बात राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मंगलवार को पीपुल्स विश्वविद्यालय के सभागार में स्टेट लेवल एनालिसिस आॅफ एक्रेडेशन रिपोर्ट आॅफ मप्र का लोकार्पण करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिदृश्य की कल्पना करते हुए नैक गुणवत्ता विश्लेषण रिपोर्ट में सुझाए गए संशोधन और पुनर्गठन द्वारा शिक्षार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक अनुभव प्रदान करने की व्यवस्था करें। अंतर्राष्ट्रीय मानकों और चुनौतियों के अनुसार उच्च शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता, ज्ञान और नवाचार के साथ शिक्षा की उत्कृष्टता, प्रसार और मूल्यांकन के प्रति सजग होने की जरूरत है। इससे पहले विवि की प्रो. चांसलर डॉ. मेघा विजयवर्गीय ने राज्यपाल का पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिह्न भेंटकर स्वागत किया। नैक के संचार सह प्रकाशन अधिकारी प्रो. वहीद उल हसन ने राज्य स्तरीय विश्लेषण प्रतिवेदन के संबंध में जानकारी दी। पुस्तक के लेखक और नैक के सलाहकार स्व. गणेश हेगड़े के योगदान का स्मरण किया गया। इस अवसर पर विशेषज्ञ डॉ. डीएन संसवाल ने बताया कि नैक के 7 मानदंडों का विश्लेषण प्रतिवेदन में किया गया है। कार्यक्रम में आयुक्त, उच्च शिक्षा कर्मवीर शर्मा, नैक की सहायक सलाहकार डॉ. विनीता साहू और श्याम सिंह इंदा, स्व. हेगड़े की पत्नी मुकाम्बी हेगड़े सहित विभिन्न विवि-कॉलेजों के प्राध्यापक और उच्च शिक्षा से जुड़े विशेषज्ञ मौजूद थे।
जनसंख्या के मान से देश में हुआ शिक्षा का प्रसार
विवि के कुलपति डॉ. राजेश कपूर ने कहा कि देश की बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए शिक्षा के क्षेत्र में ज्यादा प्रसार की जरूरत थी। इस दिशा में तेजी से कार्य हुए हैं। इसी का नतीजा है कि आज 50 हजार से ज्यादा कॉलेज और 800 विश्वविद्यालय हैं, जो करीब 33 करोड़ विद्यार्थियों को शिक्षा दे रहे हैं। इसमें से मप्र में 70 विश्वविद्यालय हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1994 में नैक की स्थापना के बाद 4 विश्वविद्यालयों को मान्यता मिली थी। वर्तमान में नैक ने 40 फीसदी विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों को एजुकेशन क्वालिटी एवं संसाधनों को देखते हुए मान्यता दी है। पीपुल्स विश्वविद्यालय लगातार स्टूडेंटस को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए अग्रसर है।