अडाणी ने 20 हजार करोड़ का एफपीओ रद्द किया

नई दिल्ली। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से गौतम अडाणी के स्वामित्व वाली कंपनियों का मार्केट कैप लगातार घटता जा रहा है। शेयर मार्केट के रुख को देखते हुए अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के निदेशक मंडल ने एक फरवरी को हुई बैठक में 20 हजार करोड़ रुपए के इक्विटी शेयरों के फॉलोआन पब्लिक आफर (एफपीओ) को रद्द करने का फैसला लिया है। बोर्ड आॅफ डायरेक्टर्स ने बुधवार रात फैसले के साथ कहा कि जिन लोगों ने अब तक एफपीओ को सब्सक्राइब किया है, उनके पैसे वापस लौटा दिए जाएंगे। कंपनी ने शेयर बाजार को यह जानकारी दी है। यह एफपीओ मंगलवार को अंतिम दिन ओवर सबस्क्राइब हुआ था।
आपके समर्थन और प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद : अडाणी
चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा कि बोर्ड इस अवसर पर हमारे एफपीओ के लिए आपके समर्थन और प्रतिबद्धता के लिए सभी निवेशकों को धन्यवाद देता है। पिछले सप्ताह के दौरान स्टॉक में अस्थिरता के बावजूद कंपनी, इसके व्यवसाय और इसके प्रबंधन में आपका विश्वास बेहद आश्वस्त व विनम्र रहा है। आज बाजार अभूतपूर्व रहा है और इस दौरान हमारे शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव आया है। इन असाधारण परिस्थितियों को देखते हुए कंपनी के बोर्ड ने महसूस किया कि इस मुद्दे पर आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा। निवेशकों का हित सर्वोपरि है और इसलिए उन्हें किसी भी संभावित वित्तीय नुकसान से बचाने के लिए, बोर्ड ने एफपीओ के साथ आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया है। बाजार में स्थिरता आने के बाद हम अपनी पूंजी बाजार रणनीति की समीक्षा करेंगे।
28 बैंकों के स्टॉक में बड़ा नुकसान
अडाणी ग्रुप की कंपनियों को ऋण उपलब्ध कराने वाले बैंकों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। एसबीआई, बैंक आफ इंडिया, यूनियन बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, पीएनबी, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और कैनरा बैंक के स्टॉक में बुधवार को गिरावट दर्ज की गई।
फोर्ब्स की सूची में अडाणी से आगे निकले अंबानी
दुनिया के टॉप-10 अमीरों की सूची में मुकेश अंबानी ने गौतम अडाणी को पीछे छोड़ दिया है। अंबानी 84.3 अरब डॉलर नेटवर्थ के साथ 9वें स्थान पर आ गए हैं। फोर्ब्स की इस सूची में अडाणी इस वक्त 15वें नंबर पर पहुंच गए हैं। अडाणी की नेटवर्थ में बीते 24 घंटे में ही 13.1 अरब डॉलर की कमी आई है और अब उनकी कुल संपत्ति महज 75.1 अरब डॉलर रह गई है।
अब ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट ने दिया अडाणी को झटका, 35% गिरे शेयर
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप को झटका लगना जारी है। कंपनी के शेयर बुधवार को धड़ाम हो गए। सबसे ज्यादा 35 प्रतिशत की गिरावट अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में आई। अडाणी ग्रुप के शेयरों में ये गिरावट ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के बाद आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी ने अपने प्राइवेट बैंकिंग क्वाइंट्स से मार्जिन लोन के लिए बतौर कोलेट्रल अडाणी ग्रुप की कंपनियों के बॉन्ड्स लेने बंद कर दिए हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि स्विस लेंडर क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी की प्राइवेट बैंकिंग इकाई ने अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड की तरफ से बेचे गए नोट्स को जीरो लेंडिंग वैल्यू दी है। क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी से जुड़ी खबर सामने आने के बाद अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर बुधवार को कारोबार के दौरान 34.3 प्रतिशत टूट गए। कारोबार के आखिर में अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 28.45 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।
कोई काम नहीं आई सफाई
इसके पूर्व हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद 25, 27 और 30 जनवरी को हुई ट्रेडिंग में अडाणी समूह की बाजार पूंजी में 29 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी। इसकी कीमत भारतीय मुद्रा में लगभग 5.6 लाख करोड़ रुपए बताई जा रही है। हालांकि अडाणी समूह ने रविवार की शाम अमेरिकी फॉरेंसिक फाइनेंशियल कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर अपना 413 पन्नों लंबा जवाब दिया था अडाणी समूह ने अपने जवाब में इस रिपोर्ट को भारत पर हमला करार दिया था। लेकिन इसके बाद भी सोमवार को बाजार बंद होने तक अडाणी समूह से जुड़ी ज्यादातर कंपनियों के शेयर मूल्यों में गिरावट दर्ज की गई। अडाणी समूह की बाजार पूंजी में सोमवार को 1.4 लाख करोड़ की गिरावट दर्ज की गई।
केंद्र सरकार के अफसरों का टिप्पणी करने से इनकार
केंद्र सरकार ने अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडाणी समूह पर लगाए गए धोखाधड़ी के आरोपों पर कोई टिप्पणी करने से बुधवार को इनकार कर दिया। आरोप लगने के बाद अडाणी समूह को 90 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है। आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने बजट के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, हम सरकार में हैं और किसी निजी कंपनी से संबंधित मुद्दों पर प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। इससे पहले मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने भी मंगलवार को इस संबंध में बयान देने से इनकार कर दिया था।