चुनाव से पहले कार्यकर्ता पर फोकस करने की नसीहत, एंटी इनकंबेंसी खत्म करना लक्ष्य

ग्वालियर। विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने से पहले भाजपा की ग्वालियर अंचल की संभागीय बैठक जमीनी फीडबैक सुधारने व कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने की नसीहत दी गई। साथ ही मंच पर मौजूद प्रदेश चुनाव की कमान संभालने वाले नेताओं ने पुराने कार्यकर्ताओं में एंटी इनकंबेंसी खत्म करने का लक्ष्य तय करने के लिए सभी को जिम्मेदारी देने की रणनीति तय की।
शनिवार को संभागीय बैठक ग्वालियर के एंपायर रिसोर्ट झांसी रोड में शाम 6.30 बजे से 8.30 बजे तक चली। जिसमें केन्द्रीय मंत्री प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव, केन्द्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, महाराष्ट्र के सहप्रभारी जयभान सिंह पवैया, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य, संभाग प्रभारी विजय दुबे, संभाग प्रभारी जीतू जिराती सहित 60 लोग मौजूद थे। जिन्होंने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा भोपाल में दिए 15 सूत्रीय एजेंडे को लेकर जमीनी कसावट लाने के लिए जिला, विधानसभा व मंडल, बूथ स्तरीय कार्ययोजना पर काम करने के लिए रणनीति पर चलने को कहा है।
कांग्रेस बढ़ती हुई नजर नहीं आ रही : भूपेंद्र यादव
केन्द्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा मप्र में मुझे कांग्रेस किसी भी रूप में बढ़ती हुई नजर नहीं आ रही है। भाजपा के प्रदेश में विधानसभावार सम्मेलन चल रहे हैं। हम सीएम शिवराज सिंह और नरेंद्र सिंह तोमर के नेतृत्व में आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही कार्यकर्ताओं से मिलकर संभाग की बैठक कर रहे है।
चुनाव को लेकर मिले निर्देशों का होगा पालन
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव निर्देश के तहत हम जमीनी कार्य करेंगे। हमारी एक ही सोच विचारधारा है कि भाजपा की सरकार को प्रदेश में स्थापित करना। चुनाव आने पर कथा वाचने के लिए बुलाते है और बाद धर्म को ही भूल जाते है।
कांग्रेस को मुगालते में रहने का अधिकार
महाराष्ट्र सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया ने कहा कि चुनावी तैयारी का एजेंडा है, इसलिए बैठक है। कार्यकर्ता अभियान में जुटें सबसे बड़ी रणनीति है। उससे अलग कोई रणनीति बनाने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस को मुगालता पालने का अधिकार है, पाले रहें, लेकिन 2018 के मुगालते में नहीं रहना चाहिए।