एक पखवाड़े बाद लश्कर क्षेत्र पर मेहरबान हुए इंद्रदेव, कई क्षेत्र सूखे

एक पखवाड़े बाद लश्कर क्षेत्र पर मेहरबान हुए इंद्रदेव, कई क्षेत्र सूखे

ग्वालियर। एक पखवाड़े से वर्षा का इंतजार कर रहे शहरवासियों पर इंद्र देवता मेहरबान तो हुए, लेकिन कई क्षेत्र फिर भी सूखे रह गए। जहां लश्कर क्षेत्र में जोरदार बारिश हुई, वहीं थाटीपुर इलाके में नाममात्र की वर्षा हुई। अभी भी शहर में औसत से 273.1 मिमी कम वर्षा हुई है। इससे आने वाले समय में पेयजल संकट गहरा सकता है। गौरतलब है कि 3 सितंबर के बाद शहर में बारिश नहीं होने से दिन का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा था। गुरुवार को अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, इसमें शुक्रवार को मामूली गिरावट आई, लेकिन गर्मी और उमस के तेवर यथावत रहे। 3 सितंबर तक शहर में 517.5 मिमी बारिश हुई थी, जबकि शहर की औसत वर्षा 790.6 मिमी है यानी अभी इस आंकड़े को छूने के लिए 273.1 मिमी बारिश और चाहिए। उल्लेखनीय है कि 2018 में 18 सितंबर तक 781.1 और 2019 में 18 सितंबर तक 743.8 मिमी वर्षा हुई थी। अभी तक शहर में 65 प्रतिशत के आसपास वर्षा हुई है, इससे स्पष्ट है कि जिला सूखे की चपेट में आ सकता है, क्योंकि पूरे जिले में कम वर्षा हुई है। दो दिन से झुलस रहा था शहर गुरुवार की तरह ही शुक्रवार को पारे का मिजाज बेहद गर्म रहा। दोपहर में घरों से निकलना मुश्किल हो गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को सिर्फ बादल छाए रहने का अनुमान व्यक्त किया था, लेकिन लश्कर क्षेत्र में आधा घंटे से अधिक समय तक झमाझम वर्षा हुई, लेकिन थाटीपुर क्षेत्र में सिर्फ बूंदाबांदी हुई, यही कारण रहा कि मौसम विभाग में वर्षा ट्रेस दर्ज हुई। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.7 डिसे अधिक था, जबकि न्यूनतम तापमान 3 डिसे उछलकर 29 डिसे पर पहुंच गया। यह सामान्य से 5.4 डिसे अधिक था। 21 सितंबर को हो सकती है झमाझम मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 21 सितंबर को जोरदार बारिश हो सकती है। शनिवार को भी बादल छाए रहने की संभावना है।