वकील की आत्महत्या के बाद ऌउ परिसर में तोड़फोड़ और आगजनी

वकील की आत्महत्या के बाद ऌउ परिसर में तोड़फोड़ और आगजनी

 जबलपुर। मप्र हाईकोर्ट के इतिहास में शायद यह पहली घटना है, जब एक अधिवक्ता ने कोर्ट से घर लौटकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद वकीलों ने शव कोर्ट परिसर में लाकर हंगामा और आगजनी की। अधिवक्ताओं का आरोप है कि जमानत के प्रकरण की सुनवाई के दौरान खुद पर की गई टिप्पणी से अनुराग आहत थे। इसके बाद वे घर पहुंचे और फांसी लगा ली। यह खबर आग की तरह फैली और उनके साथी अधिवक्ता उनके शव को लेकर हाईकोर्ट परिसर पहुंच गए। दोपहर 3:30 बजे वकीलों ने जमकर प्रदर्शन किया। घटना को लेकर अधिवक्ताओं ने शनिवार को प्रदेशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है।

सुसाइड नोट की भी चर्चा

वकीलों के मुताबिक, साहू किसी मामले की पैरवी में कोर्ट में उपस्थित हुए और दोपहर 1 बजे के बाद घर पहुंचे। यहां उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। चर्चा है कि उन्होंने उक्त आत्मघाती कदम उठाने से पूर्व एक सुसाइट नोट भी लिखा, लेकिन इसकी अभी तक अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

मीडिया कर्मियों के फोन तोड़े, कुर्सी - टेबल फेंकी

आत्महत्या की खबर मिलते ही साथी वकील उनके घर गए और शव लेकर हाईकोर्ट परिसर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि सुनवाई के दौरान जज तथा एक सीनियर एडवोकेट ने विपरीत टिप्पणी की थी, जिसको लेकर अधिवक्ता अनुराग साहू तनाव में आ गए थे और इसी कारण उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया। हालांकि इस संबंध में जिम्मेदारों का कहना है कि पूरे मामले की जानकारी एकत्रित की जा रहीं है, जिसके बाद मामले में निर्णय लिया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान वकीलों ने कुछ पत्रकारों के फोन तोड़ दिए और मारपीट की। पुलिसकर्मियों को भी निशाना बनाया। तोड़फोड़ और आगजनी भी की।