नीट में नंबरों की हेराफेरी का आरोप, हाईकोर्ट में दी चुनौती

नीट में नंबरों की हेराफेरी का आरोप, हाईकोर्ट में दी चुनौती

जबलपुर। नीट यूजी परीक्षा परिणाम को कटघरे में रखते हुए हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। दायर याचिका में कहा गया है कि एक कोचिंग सेंटर 8 छात्रों के नाम व रोल नंबर एक समान हैं। इतना ही नहीं उक्त सभी छात्रों को परीक्षा में शत-प्रतिशत अंक मिले हैं। याचिका में नीट परीक्षा में भाई-भतीजावाद तथा भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। जबलपुर निवासी अमीषी वर्मा की ओर से यह मामला दायर किया गया है। अमीषी की याचिका में कहा गया है कि वह परीक्षा में शामिल हुई थी। उसे 720 अंक में से 615 अंक प्राप्त हुए थे। उसे व्यक्तिगत तथा विशेषज्ञों की गणना अनुसार अधिक अंक मिलने की उम्मीद थी।

एक ही कोचिंग के छात्रों को 100 परसेंट अंक

परीक्षा में एक ही कोचिंग संस्थान में 6 छात्रों को शत प्रतिशत अंक तथा दो को 718 व 719 अंक प्राप्त हुए हैं। याचिका में कहा गया था कि गलत उत्तर देने पर चार अंक काटे जाते हैं। दो छात्रों को 718 व 719 अंक कैसे मिल सकते हैं। उनका एक उत्तर गलत था तो चार नंबर काटकर 716 अंक मिलने चाहिए थे। सभी उत्तर सही थे तो 720 अंक मिलने चाहिए थे।

भोपाल की छात्रा ने कहा मुझे कम नंबर दिए

भोपाल की छात्रा ने रिजल्ट पर सवाल उठाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। छात्रा निशिता सोनी के मुताबिक एनटीए की आंसर-की से रिस्पॉन्ड शीट का मिलान करने पर उन्हें 617 नंबर मिल रहे हैं। लेकिन रिजल्ट में 340 अंक ही आए।

ग्रेस मार्क्स वाले छात्रों के रिजल्ट की जांच होगी

शिक्षा मंत्रालय ने नीट-यूजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा में ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1,500 से अधिक स्टूडेंट्स के रिजल्ट्स की फिर जांच करने के लिए एक समिति गठित की है। एनटीए ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। आरोप लग रहे हैं कि कई स्टूडेंट्स के अंक बढ़ाए गए हैं, जिससे परीक्षा में 67 अभ्यर्थियों ने पहला स्थान प्राप्त कर लिया है। एनटीए के महानिदेशक सुबोध सिंह ने बताया, यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष की समिति एक हμते में सिफारिश देगी और इन स्टूडेंट्स के रिजल्ट्स संशोधित किए जा सकते हैं।