21 जुलाई से शुरू हो सकती है अमरनाथ यात्रा सिर्फ हेलिकॉप्टर से भेजे जाएंगे दर्शनार्थी

21 जुलाई से शुरू हो सकती है अमरनाथ यात्रा सिर्फ हेलिकॉप्टर से भेजे जाएंगे दर्शनार्थी

जम्मू। कोरोना संकट के बाद चीन सीमा पर उपजे तनाव के चलते अमरनाथ यात्रा पर संकट और गहरा गया है। फिलहाल इसके शुरू होने पर असमंजस बरकरार है। इस साल अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 23 जून से होनी थी। वक्फ बोर्ड को इस पर फैसला करना था। लेकिन, इस संबंध में अभी तक बोर्ड की मीटिंग ही नहीं हुई है। सूत्रों का कहना कि केंद्रीय गृहमंत्रालय अब लद्दाख संकट के चलते यात्रा निरस्त करने पर जोर दे रहा है। हालांकि, कहा जा रहा है कि यात्रा 21 जुलाई से 3 अगस्त तक 14 दिनों के लिए शुरू किया जा सकता है। इसमें शर्तों का लंबा पुलिंदा रहेगा। संपन्न यात्री ही इसमें शिरकत कर पाएंगे, क्योंकि इसके लिए हेलिकाप्टर से दर्शन करने की सुविधा देने पर ही विचार हो रहा है।

टीवी पर शिवलिंग के दर्शन करवाएंगे

जम्मू कश्मीर प्रशासन यात्रा की अवधि को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी मशविरा करेगा। बाबा बफार्नी लंगर संगठन यात्रा का आयोजन इस साल न करने का सुझाव दे चुका है। यात्रा के दोनों मार्ग बालटाल और चंदनबाड़ी बर्फ से ढंके हैं। यात्रा के लिए इस बार प्रथम पूजा चंदनबाड़ी में न करवाकर जम्मू में की गई थी। मांग हो रही है कि पवित्र शिलिंग के दर्शन चैनलों पर कराए जाएं।

सुरक्षा व्यवस्था भी इस बार बड़ा मुद्दा

एक अधिकारी के मुताबिक, अनंतनाग जिले में बढ़ते आतंकी हमलों, कोरोना के फैलाव तथा लद्दाख के फ्रंटियर पर सुरक्षाबलों की ज्यादा जरूरत के चलते अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की खातिर सुरक्षाकर्मी नहीं मिल पा रहे हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए एडवांस रजिस्ट्रेशन एक अप्रैल से शुरू होना था, लेकिन लाकडाउन के कारण इन्हें टाल दिया गया था।