रिलेशनशिप और नोटबंदी की धारदार जुगलबंदी है अनुराग कश्यप की ‘चोक्ड’

रिलेशनशिप और नोटबंदी की धारदार जुगलबंदी है अनुराग कश्यप की ‘चोक्ड’

अनुराग कश्यप अकसर अपने फिल्मों में कुछ नया लेकर आते हैं और ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटलक्स पर फिल्म ‘चोक्ड’ के साथ भी कुछ ऐसा ही है। अनुराग कश्यप ने पति-पत्नी के रिश्ते और उसके साथ ही नोटबंदी के हालात को कुछ इस तरह पेश किया है कि फिल्म शुरू की तो खत्म किए बिना उठेंगे ही नहीं। ‘चोक्ड’ की कहानी सरिता पिल्लई और सुशांत पिल्लै की है। सुशांत कोई काम नहीं करता है और घर की सारी जिम्मेदारी सरिता के ऊपर है. आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं और उनका एक बेटा भी है। सुशांत पर कुछ कर्ज भी है। सरिता बैंक में काम करती है। सरिता और सुशांत के बीच कुछ भी ठीक नहीं है। सरिता उसकी बेकारी से तंग है और सुशांत और सरिता के बीच करियर को लेकर कुछ ऐसा हुआ है, जिससे उनके बीच कुछ भी सामान्य नहीं हो पाता। एक दिन सरिता और सुशांत के घर की नाली जाम होती है और उसमें से निकलने लगते हैं नोटों के बंडल। इसी सब के बीच नोटबंदी लागू हो जाती है और सरिता के बैंक में होने की वजह से उनके पड़ोसी उसका फायदा भी उठाना चाहते हैं। बस इस तरह से जहां सरिता को अच्छे-खासे पैसे मिलने लगते हैं तो वहीं कई तरह की परेशानियां भी आ जाती हैं। इस तरह 'चोक्ड' कहानी के मोर्चे पर बहुत ही सॉलिड फिल्म है। फिल्म का डायरेक्शन भी कमाल का है।