स्वच्छता सर्वेक्षण खत्म होते ही शहर में दिखने लगे कचरे के ढेर, लोग परेशान

स्वच्छता सर्वेक्षण खत्म होते ही शहर में दिखने लगे कचरे के ढेर, लोग परेशान

ग्वालियर। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए सर्वे का कार्य पूर्ण होते ही दीपावली के ठीक पहले शहर की सड़कों पर कचरे के ढेर नजर आने लगे हैं। हालात यह हैं कि जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं, तो अधीनस्थ अमला त्योहारी सीजन में बड़ी मात्रा में निकल रहे कचरे को जल्दी से जल्दी निपटाने के लिए गंभीर नहीं है। जिसके चलते शहर के गली-मोहल्लों से लेकर चौक चौराहों तक गंदगी से शहरवासियों को बेहाल देखा जा रहा है। नगर निगम द्वारा शहर के 66 वार्डों में गंदगी उठाने के लिए लगभग दो हजार से ज्यादा कर्मचारी अलग-अलग शिफ्टों में काम करते हैं, तो लक्कड़खाना, सिटी सेंटर व तानसेन डिपो से प्रतिदिन 225 डोर टू डोर वाहन, 110 सेकंडरी वाहन, गोबर उठाने के लिए 18 ट्रैक्टर, छोटे-बड़े 20 डंपर, 21 जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है।

दीपावली के सीजन में लगभग 7500 से 8000 लीटर डीजल प्रतिदिन खर्च किया जा रहा है। इसके बाद भी वार्डों में गंदगी के ढेर नजर आने लगे हैं और पूर्व पार्षद सहित जनमानस द्वारा खुलकर कचरे के ढेरों पर आवारा जानवरों के साथ फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए देखे जा रहे हैं। अहम बात यह है कि गंदगी व अव्यवस्था की जानकारी होने के बाद भी निगम के जिम्मेदार अफसर एक्शन लेकर सुधार की कोशिश नहीं कर रहे हैं, जिससे मौके पर स्थिति बिगड़ रही है।

लगातार बढ़ रही है कचरे की मात्रा

निगम अधिकारियों की मानें तो दीपावली के चलते घरों में होने वाली सफाई के चलते कचरा निकलने की मात्रा लगातार बढ़ रही है, यही कारण है कि आम दिनों ने 450 से 500 टन तक निकलने वाला कचरा 660 टन से ज्यादा के आंकड़े पर पहुंच गया है और पुराने रिकार्ड को देखने पर लैंडफिल साइड पर कचरे को पहुंचने की मात्रा में जबरदस्त बढ़ोतरी के चलते 700 टन कचरा प्रतिदिन से ज्यादा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

वार्ड क्रमांक 21 में गंदगी के ढेर लग गए हैं, एक दिन पहले फोटो सोशल मीडिया पर डाले गए थे, लेकिन ज्यादातर स्थानों पर स्थिति नहीं सुधरी है और लोग परेशान है। चतुर्भुज धनौलिया, पूर्व पार्षद, ग्वालियर