माउथवॉश से कुल्ला कर कोरोना से बचें

माउथवॉश से कुल्ला कर कोरोना से बचें

बर्लिन। जर्मनी के वैज्ञानिकों का कहना है कि माउथवॉश से गरारा करने पर कोरोना संक्रमण का खतरा कम हो सकता है यानी संक्रमित व्यक्ति के मुंह और गले में मौजूद कोरोना वायरस की संख्या घट सकती है। जर्मनी की रूह्र यूनिवर्सिटी बोचूम के वैज्ञानिकों ने अन्य शोधकर्ताओं के साथ मिलकर कोरोना वायरस के खिलाफ माउथवॉश के इस्तेमाल से संबंधित शोध की है। इस शोध को जर्नल आफ इन्फेक्शियस डिजीज में प्रकाशित किया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि चूंकि कोरोना मरीजों के मुंह और गले में काफी संख्या में वायरस मौजूद रहते हैं, ऐसे में माउथवॉश के इस्तेमाल से वायरस के कण को निष्क्रिय किया जा सकता है। हालांकि इस रिसर्च में स्पष्ट कहा गया है कि माउथवाश से कुल्ला करना मास्क पहनने जैसा है, ये संक्रमण की दवा नहीं है, बस उससे बचे रहने का एक तरीका है। वैज्ञानिकों की मानें तो अगर मुंह और गले में वायरस की मात्रा घट जाती है तो एक सीमित समय तक कोरोना संक्रमण का खतरा कम हो सकता है।

कोविड-19 से स्वाद लेने की क्षमता सीधे प्रभावित नहीं होती

वाशिंगटन । कोविड-19 स्वाद लेने की क्षमता से जुड़ी कोशिकाओं को सीधे तौर पर नुकसान नहीं पहुंचाता है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी आॅफ जॉर्जिया के शोधकर्ताओं ने अपने शोध में बताया कि स्वाद लेने की क्षमता का प्रभावित होना बीमारी के कारण हुई सूजन के दौरान होने वाली घटनाओं से अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़ा हुआ है। यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता होंगजियांग लियू ने कहा, वायरस के संपर्क में आने के कुछ दिनों बाद स्वाद नहीं आने का लक्षण बताने वाली मरीजों की बढ़ती दर चिंता का विषय है। लियू ने कहा, हमें इसे लेकर बहुत सतर्क होने की जरूरत है।