भाजपा, कांग्रेस व आप ने तेज की राजनीतिक-रणनीतिक तैयारियां

भाजपा, कांग्रेस व आप ने तेज की राजनीतिक-रणनीतिक तैयारियां

इंदौर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव-2023 के मद्देनजर चुनावी संग्राम तेज हो गया है। तमाम प्रतिस्पर्धी राजनीतिक दलों ने जैसे ठान लिया है कि किसी भी अवसर को चूकना नहीं है। इसी क्रम में रविवार को भाजपा ने नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का उनके एक बयान को लेकर पुतला दहन किया। उधर, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने बूथ स्तर पर अपनी टीम मजबूत करने के साथ अपने चुनावी वचन पत्र को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इधर, आम आदमी पार्टी ने अपने नेताओं पर कसते शिकंजे को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

गोविंद सिंह की टिप्पणी संपूर्ण जनजातीय समाज का अपमान है : भाजपा

भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे एवं युवा मोर्चा अध्यक्ष सौगात मिश्रा ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह द्वारा जनजातीय समूह की वीरांगना रानी कमलापति पर की गई अनर्गल टिप्पणी को लेकर रविवार को 28 मंडल स्तर पर डॉ. गोविन्द सिंह के पुतले का दहन किया गया। भाजपा ने आरोप लगाया कि डॉ. गोविन्द सिंह का बयान ना केवल जनजाति वीरांगना रानी कमलापति का ही नहीं, पूरे जनजाति समाज का अपमान है। उनका बयान कांग्रेस की दूषित मानसिकता को दर्शाता है एवं यह भी साबित होता है कि जब भी जनजाति वर्ग का सम्मान किया जाता है तो कांग्रेस नेताओं के पेट में दर्द उठने लगता है।

बूथ स्तर पर मजबूती के लिए वचन पत्र तैयार करने में जुटी कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बूथ स्तर पर कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने के दिशा-निर्देश दिए। उधर, पार्टी प्रवक्ता संतोष गौतम ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए कांग्रेस अपने मुख्य वचन पत्र के साथ ही प्रत्येक जिले का वचन पत्र भी घोषित करेगी। इसी क्रम में इंदौर के वचन पत्र को तैयार करने के उद्देश्य से स्थानीय कांग्रेस नेताओं की एक बैठक रविवार को नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने आयोजित की। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शोभा ओझा भी उपस्थित थीं और वरिष्ठ नेता पंडित कृपाशंकर शुक्ला की मौजूदगी में आयोजित बैठक में सभी नेताओं ने इंदौर के वचन पत्र को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न विषयों पर अपने बहुमूल्य सुझाव प्रेषित किए।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर रोक तानाशाही की आहट : आप

आम आदमी पार्टी ने रविवार को राजवाड़ा पर विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय आप नेताओं ने राष्ट्रीय संयोजक अरव्ािंद केजरीवाल पर गलत आरोप लगाकर उन्हें परेशान करने के आरोप लगाए। आप नेताओं ने कहा शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे सांसदों, पंजाब के मुख्यमंत्री और दिल्ली सरकार के मंत्रियों, विधायकों, पार्षदों को पुलिस द्वारा हिरासत में लेना अवैधानिक है। आप प्रवक्ता हेमंत शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता और लगातार असफलता से परेशान होकर केंद्र सरकार गलत आरोपों में आप नेताओं को परेशान कर रही है। पहले भी सीबीआई ने कई बार पूछताछ करने के बाद अरविन्द केजरीवाल को आरोपों से बरी किया है। कई महीनों की छानबीन के बाद भी पुख्ता सबूत न मिलने के कारण उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को चार्जशीट नहीं किया जा सका।