बरगी डैम 5 मीटर व परियट 10 और खंदारी 7 फीट ही खाली

बरगी डैम 5 मीटर व परियट 10 और खंदारी 7 फीट ही खाली

जबलपुर । शहर में नर्मदा बांध सहित जलाशयों की स्थिति अब संतोषजनक कही जा सकती है। धीरे-धीरे ही सही ये भर रहे हैं। फिलहाल की स्थिति में जहां बरगी बांध 5 मीटर खाली बचा है तो वहीं परियट 10 फीट व खंदारी 7 फीट ही खाली है। यदि 2-3 दिन भी अच्छी बारिश हो गई तो ये सभी जलस्त्रोत लबालब हो जाएंगे। शहर की अनुमानित 17 लाख आबादी को नगर निगम प्रतिदिन 230 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति करता है। प्रति एमएलडी यानि 10 लाख लीटर पानी दिया जाता है। मुख्य स्त्रोत नर्मदा नदी है जिस पर ललपुर में क्रमश: 90 व 50 एमएलडी क्षमता के जलशोधनसंयंत्र हैं तथा रमनगरा में बने 120एमएलडी के जलशोधनसंयंत्र से शहर को पानी मिलता है। इसके अलावा परियट व खंदारी जलाशय हैं जो शहर की 30 फीसदी आबादी को जलापूर्ति करते हैं। इसके अलावा करीब 800 बोर भी हैं जिनसे पानी लिया जाता है। गौर नदी पर बने भोंगाद्वार संयंत्र से भी 25 एमएलडी पेयजल लिया जाता है।

...तो मिलता 1 टाइम पानी

यदि जलस्त्रोतों,जलाशयों का जलस्तर न बढ़ता तो हालात ये आने वाले थे कि लोगों को 1 टाइम ही पानी मिलता। गनीमत रही कि धीरे-धीरे ही सही बारिश ने अपना औसत पूरा करने का काम करना शुरू कर दिया है जिससे जलाशयों की स्थिति सुधरने लगी है। अब निकट भविष्य में जलसंकट नहीं होगा और जल्द ही सभी जलस्त्रोत व जलाशय अपनी अधिकतम क्षमता तक भर जाएंगे।

कहां से कितनी जलापूर्ति

नर्मदा से:शहर के मुख्य जलस्त्रोत नर्मदा नदी से आपूर्ति किए जाते हैं। ललपुर के 2 व रमनगरा के 1 जलशोधनसंयंत्र से 177 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति होती है जिससे 38 पानी के टैंक भरे जाते हैं। इस तरह शहरी की 70 फीसदी आबादी को नर्मदा जल मिलता है। इसके अलावा फसलों को सिंचाई का पानी भी यहीं से मिलता है। परियट से: 27 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति की जाती है,जिससे 17 टैंक भरे जाते हैं। शहर की 25 फीसदी आबादी को यह जलाशय पानी देता है। खंदारी से: 27 एमएलडी पेयजल पानी लिया जाता है और इससे 5 टैंक भरे जाते हैं। खंदारी जलाशय का पानी रिजर्व बतौर भी रखा जाता है। इससे शहर की 5 फीसदी आबादी को पानी मिलता है।