दुनिया की सबसे मेधावी छात्रा बनीं भारतवंशी नताशा

वाशिंगटन। भारतीय मूल की अमेरिकी स्कूली छात्रा नताशा पेरियानायगम को लगातार दूसरे साल दुनिया की सबसे मेधावी छात्रा घोषित किया गया। अमेरिका के जॉन हॉपकिंस सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ की ओर से परीक्षा आयोजित में नताशा का चयन दुनियाभर के 76 देशों के लगभग 15,000 छात्र-छात्राओं में से किया गया। 13 साल की नताशा पेरियानायगम न्यूजर्सी में फ्लोरेंस एम गॉडिनीयर मिडल स्कूल की स्टू़डेंट हैं। नताशा ने साल 2021 में जॉन हॉपकिंस सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ (सीटीवाई) का एग्जाम दिया था। जब वह पांचवीं ग्रेड की छात्रा थीं। बता दें कि मौखिक और मात्रात्मक योग्यता की परीक्षा में नताशा की परफॉर्मेंस ग्रेड आठ में 90 पर्सेंटाइल हासिल करने के बराबर थी, जिस वजह से उन्हें इस की सम्मान सूची में जगह दी गई।
नताशा पेरियानायगम का है चेन्नई से नाता
नताशा पेरियानायगम 76 देशों के उन 15,300 छात्रों में शामिल थी, जो 2021-22 प्रतिभा खोज वर्ष में जॉन हॉपकिंस सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ (सीटीवाई) में शामिल हुए थे। हालांकि इसमें हिस्सा लेने वाले 27 फीसदी से कम उम्मीदवारों ने इसे पास किया। नताशा पेरियानायगम भारतीय मूल की हैं। उनके माता-पिता चेन्नई से हैं। नताशा ने बताया कि उनको ने खाली समय में डूडलिंग करना और जेआरआर टोल्किन के उपन्यास पढ़ना बहुत पसंद है। बता दें कि सीटीवाई दुनियाभर में विलक्षण छात्रों की पहचान के लिए अपर ग्रेड लेवल एग्जाम करता है, जिसका मकसद उनकी अकादमिक क्षमताओं का आकलन करना है। ऐसे में पेरियानायगम ने सभी छात्रों से अधिक ग्रेड हासिल करते हुए अपना शानदार प्रदर्शन दिया। सीटीवाई के कार्यकारी निदेशक डॉ. एमी शेल्टन ने कहा, "यह केवल एक परीक्षा में हमारे छात्रों की सफलता की पहचान नहीं है, बल्कि खोज और सीखने के उनके प्यार और उनके युवा जीवन में अब तक जमा किए गए सभी ज्ञान को सलाम है।