स्कूली छात्रों के नामांकन कराने के मामले में भोपाल-इंदौर फिसड्डी

स्कूली छात्रों के नामांकन कराने के मामले में भोपाल-इंदौर फिसड्डी

 ग्वालियर ।  शासकीय स्कूलों में कक्षा 1 से 12वीं के छात्र-छात्राओं के शत प्रतिशत नामांकन करने के मामले में प्रदेश के 52 में से 25 जिलों ने 72 से 94 फीसदी और 27 जिले ऐसे हैं, जिन्होंने 36 से 70 फीसदी नामांकन किए हैं। छात्रों के नामांकन करने में छिंदवाड़ा (3.77 लाख) पहले नंबर पर हैं। जबलपुर (2.25 लाख) 58वें, भोपाल (1.41 लाख) 52वें, इंदौर (2.78 लाख) 46वें स्थान पर हैं, जबकि ग्वालियर जिला 2.99 लाख छात्रों के नामांकन करके 14वें नंबर है। लोक शिक्षण संचालनालय ने 52 जिलों को 1.42 करोड़ नामांकन करने का टारगेट दिया था। जिलों ने 4 सितंबर तक 1.12 करोड़ नामांकन किए हैं। नामांकन करने में उमरिया, बैतूल, नीमच, रतलाम, कटनी की स्थिति अच्छी है। आयुक्त लोक शिक्षण जयश्री कियावत ने संयुक्त संचालक लोक शिक्षण, जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग और जिला परियोजना समन्यकों को निर्देश दिए हैं कि छात्रों के सत्यापन की कार्रवाई जनशिक्षक के जरिए कराई जाए, जिनका नामांकन होना शेष है तो सही कक्षा और स्कूल में पोर्टल पर दर्ज की जाए। ऐसे छात्र जो स्कूल से बाहर हैं, इनकी सूची तैयार करके भेजी जाए ताकि छात्रों को मुख्य धारा में लाने के लिए स्कूल में दाखिला कराया जा सके। 33नामांकन में पिछड़े जिलों की स्थिति 33 मंडला, गुना, नरसिंहपुर, शिवपुरी 71 फीसदी, डिंडोरी, खंडवा 70, निवाड़ी 69, मुरैना 67, बड्Þवानी 65, सीहोर, सागर 64, रायसेन, आगर-मालवा, अशोकनगर 62, रीवा, भिंड 61, पन्ना 60, जबलपुर 58, अलीराजपुर, शाजापुर 57, इंदौर 56, देवास 55, बुरहानपुर 49, श्योपुर 47, सीधी 45, मंदसौर 41, भोपाल 36 फीसदी।