ईद-उल-अजहा पर मिस करेंगे दोस्तों के साथ बिरयानी और सीक कबाब

ईद-उल-अजहा पर मिस करेंगे दोस्तों के साथ बिरयानी और सीक कबाब

कोरोना संक्रमण के कारण बंदिशों के बीच शनिवार को ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जाएगा। एक सप्ताह से घरों में इस महत्वपूर्ण त्योहार की तैयारी चल रही है, लेकिन कोरोना की वजह से शहरवासियों में पहले जैसा उत्साह नहीं है। कुर्बानी के बाद दावतों का सिलसिला भी नहीं चल पाएगा। दूसरी तरफ लोग नमाज अपने-अपने घरों में ही अदा करेंगे । साथ ही हर साल दोस्तों से दूर इस बार डिशेज कोरमा, बिरयानी और कबाब अपने घर या फार्महाउस पर ही बनाएंगे । आईएम भोपाल ने ऐसे ही शहर की बड़ी हस्तियों से बात कर जाना इस बार उनकी ईद कैसे मनेगी।

ईद के मौके पर जरूरतमंदों की करेंगे मदद

पहली बार ऐसा हुआ है कि घर पर ही ईद मनाएंगे वो भी पूरी तरह अपने परिवार के साथ। घर वालों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का पालन करेंगे। बकरे कीकुर्बानी के तौर पर तीन हिस्से किए जाते है और उनमें से दो हिस्से हम जरूरतमंदो में बांट देंगे। डिश के तौर पर इस साल हम हर साल के मुकाबले सिर्फ कबाब और बिरयानी ही बनाएंगे। वैसे मेरे कुछ वेजिटेरियन दोस्त भी मिलने आते थे। उनके लिए छोले पूरी बनाई जाती थी इस साल उन्हें बहुत मिस करूंगा।

स्पेशल बिरयानी परिवार के साथ खाएंगे

यह मेरे लिए एक तरह का नया एक्सपीरियंस होगा जब दोस्तों से दूर रहकर ईद मनाई जाएगी। इस बार घर पर ही नमाज पढ़ेंगे और घर पर आने वाले सभी मेहमानों को बता दिया गया है कि अपने घरों पर ही ईद मनाएं। जबकि हर साल उलटा होता था, जब सब ईद का इंतजार करते थे सभी मेहमानों को बुलाया जाता था। यह एक ऐसा समय है जब आपको अपनी जान के साथ दूसरों की जान की परवाह रहती है , इसलिए इस बार बकरे कीकुर्बानी देने के बाद जरूरतमंदों को देंगे और सिर्फ अपने परिवार वालों के साथ ईद मनाएंगे। डिश में स्पेशल बिरयानी बनाई जाएगी जो घर में सभी को पसंद है।

इस बार की नमाज घर पर ही होगी

इस साल नमाज पढ़ने मस्जिद में नहीं जा सकेंगे। साथ ही हम कुर्बानी अपने फार्म हाउस पर करते हैं। कुर्बानी के बाद हर साल बहुत सारे मेहमान आते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से इस साल हम परिवार के 12 मेंबर्स ही ईद सेलिब्रेट करेंगे। साथ हीकुर्बानी के बाद 200 लोगों के लिए डिशेज बनती थी वो इस साल हम जरूरतमंदों को बांट देंगे। वैसे मीठी ईद पर तो शीर कोरमा बनाया जाता है, पर ईद उल-अजहा पर स्पेशल डिश के तौर पर बिरयानी, कोरमा और सीक कबाब बनाए जाते है। मीठे में लोकी का हलवा बनाया जाएगा, जो परिवार में सभी को पसंद भी है। इस बार हमने रिच मेन्यू नहीं रखा है वरना जो वेजिटेरियन दोस्त भी , जो मिलने आते थे उनके लिए भी अलग से वेजिटेरियन डिशेज तैयार की जाती थी। इस बार की ईद दोस्तों के बिना अधूरी रहेगी।