देश में पेट्रोल में शुरू हुई 20 प्रतिशत एथेनॉल की ब्लेंडिंग

बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चुनिंदा पेट्रोल पंप पर 20 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग वाले पेट्रोल की खुदरा बिक्री शुरू की। इससे तिहरा फायदा होगा। पहला-गन्ना किसानों की आमदनी बढ़ेगी। दूसरा- विदेशों से कच्चे तेल के आयात में विदेशी मुद्रा खर्च नहीं करना होगा। तीसरा- कार्बन इमिशन यानी प्रदूषण में कमी होगी। अभी 10 फीसदी एथनॉल मिलाया जाता था : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया एनर्जी वीक-2023 में 20 फीसदी एथेनॉल मिले पेट्रोल की बिक्री शुरू करने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा, हमने पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण को 2014 के डेढ़ प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिया है। अब हम 20 प्रतिशत के लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं। ज्ञात हो कि ऐसा नहीं है कि पेट्रोल में अभी एथेनॉल नहीं मिलाया जाता। अभी भी पेट्रोल पंपों पर बिक रहे पेट्रोल में एथेनॉल की ब्लेंडिंग की जाती है, लेकिन इसकी मात्रा 10 फीसदी ही है। सरकार का इरादा 2025 तक इस मात्रा को दोगुना करने का था।
पिछले साल 10 फीसदी का लक्ष्य हुआ था पूरा
इस अवसर पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत ने जून, 2022 के दौरान पांच महीने पहले ही पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य हासिल कर लिया था। उन्होंने कहा, इसके अलावा हमने ई-20 पेट्रोल उपलब्ध कराने की समय सीमा को पहले (वर्ष 2025) कर दिया है।
उत्पादन बढ़ने पर किसानों की आमदनी बढ़ना तय
एथेनॉल बनाने के दो तरीके देश में चल रहे हैं। एक तो यह गन्ना से बनता है, दूसरा अनाजों से। दोनों के उत्पादक किसान है। जब एथेनॉल का उत्पादन बढ़ेगा तो किसानों की आमदनी बढ़नी तय है। साल 2014 से 2022 तक किसानों को इस मद में 49,000 करोड़ रुपए का ट्रांसफर किए गए हैं।
शुरू में कहां मिलेगा यह पेट्रोल
पहले चरण में देश के 15 शहरों में 20 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग वाला पेट्रोल उतारा जाएगा। ये 15 शहर 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हैं। फिलहाल ई-20 (20 प्रतिशत एथेनॉल वाला पेट्रोल) 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में तीन सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के पेट्रोल पंप पर उपलब्ध है।