दीवारों पर लिखा ब्राह्मण और बनियों कैंपस छोड़ो

दीवारों पर लिखा ब्राह्मण और बनियों कैंपस छोड़ो

नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिखने का मामला शुक्रवार को तूल पकड़ गया। छात्र संगठनों और शिक्षकों ने मामले की ‘स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच’ की मांग की है। छात्रों का दावा है कि स्कूल आफ इंटरनेशनल स्टडीज-कक परिसर की जिन दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया समुदाय के खिलाफ नारे लिखे गए थे, उन्हें तोड़ा गया।

प्रोफेसर के केबिन के बाहर लिखा- ‘शाखा लौट जाओ’

स्कूल आफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर लाल रंग से ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो; ब्राह्मणों-बनियों हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं, तुम्हें बख्शा नहीं जाएगा; शाखा लौट जाओ जैसी धमकियां लिखी मिली। यही नहीं, जेएनयू की उस महिला प्रोफेसर के केबिन के दरवाजे पर भी ‘शाखा लौट जाओ’ का नारा लिखा गया है, जिसे नवंबर 2019 में वामपंथियों ने 3 दिन के लिए हिरासत में रखा था। ये नारे 30 नवंबर की रात को लिखे गए हैं। वहीं घटना के बाद यूनिवर्सिटी ने सभी इमारतों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की एडवाजरी जारी की है।

दीवारों पर लिखे ये नारे

जेएनयू की दीवारों पर जो नारे लिखे हैं, उनमें ब्राह्मण परिसर छोड़ो, रक्तपात होगा, ब्राह्मण भारत छोड़ो और ब्राह्मणों और बनिया, हम तुम्हारे पास बदला लेने आ रहे हैं।

जेएनयू प्रशासन ने ग्रीवेंस कमेटी से मांगी जांच रिपोर्ट

जेएनयू प्रशासन ने स्कूल आफ इंटरनेशनल स्टडीज एंड ग्रीवेंस कमेटी को जांच करने और जल्द से जल्द कुलपति शांतिश्री डी पंडित को एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। जेएनयू छात्र संघ ने दावा किया कि विश्वविद्यालय में इस तरह की हरकत पहली बार नहीं, पहले भी हुई है। इस तरह की घटनाओं का मकसद परिसर के माहौल को खराब कर सामान्य स्थिति को बिगाड़ना है।

मनोज मुंतशिर ने गौरव गाथा गाकर किया विरोध

गीतकार मनोज मुंतशिर ने मामले के बाद एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने लिखा- ये है ब्राह्मणों की गौरवगाथा का ट्रेलर। पिक्चर कल! वीडियो में मनोज कह रहे हैं - मैं गर्व से कहता हूं कि मैं ब्राह्मण हूं, वो दधीचि हूं, जो विश्व कल्याण के लिए अपनी हड्डियां दान करने से पहले दो बार नहीं सोचता। मैं वो परशुराम हूं जो श्रीराम जैसे मयार्दामूर्ति क्षत्रियों को अपनी सारी शक्तियां सौंप देता हैं।

गिरिराज बोले- टुकड़े-टुकड़े गैंग फिर सक्रिय

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा- जेएनयू टुकड़े-टुकड़े गैंग का केंद्र बनता जा रहा है। कभी अफजल गुरु के नाम पर तो कभी अन्य के नाम पर गैंग सक्रिय हो जाता है। आज देश के अंदर टुकड़े-टुकड़े गैंग, गजवा-ए-हिंद का एक गठबंधन चल रहा है। यह भारत के अंदर बहुसंख्यकों में विभेद पैदा करने की हरकत करते हैं।