एक करोड़ का बजट, फिर भी दो साल से अपडेट नहीं बीएमसी की वेबसाइट

एक करोड़ का बजट, फिर भी दो साल से अपडेट नहीं बीएमसी की वेबसाइट

भोपाल । आपकी कॉलोनी में साफ-सफाई नहीं हो रही या पानी नहीं आ रहा। स्ट्रीट लाइट बंद है या अवैध निर्माण हो रहा है। इसकी शिकायत करने के लिए आप सोच रहे हैं कि संबंधित विभागों के अधिकारियों से मोबाइल नंबर नगर निगम की वेबसाइट www.bhopalmunicipal.com  पर मिल जाएंगे, तो आप गलत हैं। क्योंकि वेबसाइट करीब दो साल से अपडेट ही नहीं हुई। हालांकि, आईटी सेल ने बी विजय दत्ता का तबादला होने पर नए आयुक्त वीएस चौधरी की प्रोफाइल जरूर अपडेट कर दी है। ये हाल तब है जब निगम कंप्यूटर इंजीनियर्स और प्रोग्रामर्स समेत दो दर्जन कर्मचारियों वाली आईटी सेल है। उसका सालाना बजट एक करोड़ रुपए से ज्यादा का है। आरटीआई एक्टीविस्ट नितिन सक्सेना के आवेदन पर मुख्य सूचना आयुक्त ने मामले में पिछले साल नगर निगम को नोटिस भी दिया था।

 जेडओ, एएचओ और इंजीनियरों की नहीं कोई जानकार 

आम शहरी की साफ-सफाई, पानी, सीवेज, स्ट्रीट लाइट जैसी बुनियादी जरूरतें जोनल अधिकारी, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी और जोन के इंजीनियर्स से जुड़ी होती हैं। उनके मोबाइल नंबर, नाम वेबसाइट पर अपडेट होना चाहिए, जो गायब हैं। वेबसाइट पर जोनल अधिकारियों वाली लिस्ट में सिर्फ एक नाम एसके जैमिनी सहायक यंत्री (सिविल) का नजर आता है। जबकि शहर में 19 जोन हैं। इनमें 19-19 जोनल अधिकारी, एएचओ, वॉटर वर्क्स, सिविल, इलेक्ट्रिकल और बिल्डिंग परमिशन सब इंजीनियर हैं।