कॉल सेंटर ने 3 माह में 30 हजार अमेरिकियों को ठगा

कॉल सेंटर ने 3 माह में 30 हजार अमेरिकियों को ठगा

गुरुग्राम। सीआईडी के दस्ते ने एक ऐसे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जिसने पिछले तीन माह में 30 हजार अमेरिकियों के साथ ठगी की है। यह कॉल सेंटर महज तीन माह पहले ही शुरू हुआ है। सेंटर से पहले पर्सनल कम्प्यूटर पर मालवेयर लिंक पोस्ट किया जाता था, फिर कम्प्यूटर में समस्या आने पर उसे ठीक करने के लिए संबंधित व्यक्ति से संपर्क किया जाता था। यह सेंटर गुरुग्राम के सोहना रोड से संचालित किया जा रहा था। यह कॉल सेंटर अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई के निशाने पर भी था। पहले भी इस तरह के धंधों में लिप्त रहे हैं गिरतार आरोपी इस मामले में जिन दो लोगों को गिरतार किया गया है, वे पहले भी इस तरह के अपराधों में लिप्त रहे हैं। पिछले साल इन दोनों आरोपियों को इसी तरह का एक फर्जी कॉल सेंटर उद्योग विहार में संचालित करने के आरोप में गिरतार किया गया था, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद दोनों फिर से गलत धंधे में शामिल हो गए। गिरतार आरोपियों में से एक विक्रम वर्मा दिल्ली का रहने वाला है तथा उसका पार्टनर रिशब गुरगांव का रहने वाला है। फिलहाल दोनों को गिरतार कर पुलिस पूछताछ कर रही है। इन देशों के सैकड़ों नागरिकों को बनाया गया था निशाना नवंबर 2018 में गुरगांव में बैठे युवाओं ने अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया के सैकड़ों लोगों को पॉप अप्स भेजकर ठगी की गई। ये लोग पहले वायरस भेजकर कम्प्यूटर को खराब कर देते थे फिर माइक्रोसॉट के प्रतिनिधि बनकर उनका कम्प्यूटर सुधारने के लिए पैसे मांगते थे। यह खतरा इतना अधिक बढ़ गया था कि खुद माइक्रोसॉट ने इसकी जांच में सहयोग के लिए एफबीआई से सहयोग मांगा था और एफबीआई भी लगातार इस कॉल सेंटर पर नजर जमाए हुए था।