चीन को झटका देने की तैयारी में केंद्र 12 हजार से कम कीमत वाले फोन होंगे बैन

चीन को झटका देने की तैयारी में केंद्र 12 हजार से कम कीमत वाले फोन होंगे बैन

नई दिल्ली। भारत चीन को एक और झटका देने की तैयारी में है। भारत चीन के 300 से ज्यादा ऐप पहले ही बैन कर चुका है। अब कुछ फोन भारत में बैन हो सकते हैं। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि सरकार ने यह फैसला लावा, माइक्रोमैक्स जैसी घरेलू कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए लिया है। इसके लिए वह चीनी स्मार्टफोन निर्माताओं को 12,000 रुपए ($150) से कम कीमत वाले फोन बेचने से प्रतिबंधित करना चाहता है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत चाहता है कि 12 हजार रुपए से कम कीमत वाले चीनी कंपनियों के फोन बैन कर दिए जाएं। सरकार के इस फैसले से Xiaomi, Vivo,Oppo, Poco, Redmi, Realme जैसी कंपनियों को बड़ा झटका लगेगा। इस खबर के आने के बाद हॉन्ग कॉन्ग में सोमवार को कारोबार के आखिरी मिनट में शाओमी के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। इसके शेयर 3.6% तक गिर गए। इस वर्ष कंपनी के शेयर 35% से भी ज्यादा गिर चुके हैं।

कई चीनी कंपनियां पहले से ही रडार पर

भारत पहले से ही देश में काम कर रही चीनी फर्मों, जैसे कि शाओमी और प्रतिद्वंद्वियों ओप्पो और वीवो के ऊपर जांच कर रही है। इन कंपनियों पर टैक्स की चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। सरकार ने पहले हुआवेई टेक्नोलॉजीज कंपनी और जेडटीई कॉर्प दूरसंचार उपकरणों पर बैन लगाने के लिए अनौपचारिक साधनों का इस्तेमाल किया है। हालांकि चीनी नेटवर्किंग गियर को प्रतिबंधित करने वाली कोई आधिकारिक नीति नहीं ह

सैमसंग-एप्पल को होगा फायदा

सरकार के इस फैसले का फायदा सैमसंग और एप्पल को काफी होगा। सैमसंग मिडरेंज और एंट्री लेवल में अपने स्मार्टफोन लगातार पेश कर सकती है, वहीं मिडरेंज में एपल भी तेजी से आगे बढ़ सकता है।

चीनी बाजार ठप, भारत पर भरोसा

बता दें,कम कीमत पर ढेर सारी फीचर उपलब्ध कराने के चलते चीनी मोबाइल फोन की भारतीय बाजार पर मजबूती से पकड़ है। भारत के एंट्री-लेवल मार्केट में अगर चीनी मोबाइल फोन पर बैन लगता है तो चीनी ब्राडों को तगड़ा झटका लगेगा। इन चीनी ब्रांडों ने हाल के वर्षों में अपनी ग्रोथ को बनाए रखने के लिए भारत पर तेजी से भरोसा किया है। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि चीन में एक के बाद एक कठोर कोविड-19 लॉकडाउन ने उनके घरेलू बाजार को पूरी तरह से ठप कर दिया। मार्केट ट्रैकर काउंटरप्वाइंट के अनुसार, 150 डॉलर से कम के स्मार्टफोन ने जून 2022 के तिमाही के लिए भारत की बिक्री की मात्रा में एक तिहाई का योगदान दिया है, जिसमें चीनी कंपनियों की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत रही। 2022 की दूसरी तिमाही में भारत में जितने फोन बिके हैं, उनमें से एक तिहाई फोन 12 हजार रुपए की कीमत तक के थे। इसमें भी 80 फीसदी चीनी कंपनियों के फोन थे।