चीन का जहाज श्रीलंका के पास 2 दिन करेगा रिसर्च

चीन का जहाज श्रीलंका के पास 2 दिन करेगा रिसर्च

कोलंबो। श्रीलंका के कोलंबो बंदरगाह पर चीन का एक जहाज पहुंचा है। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि उसने इस चीनी जहाज को द्वीप के पश्चिमी तट पर निगरानी के साथ समुद्र में रिसर्च करने की इजाजत दी है। यह इजाजत 48 घंटे यानी 2 दिन के लिए है। भारत की चिंता है कि यह एक जासूसी जहाज हो सकता है। इसके बावजूद श्रीलंका ने इस तरह की इजाजत दी है। मंत्रालय की प्रवक्ता कपिला फोंसेका ने कहा कि चीनी अनुसंधान जहाज शी यान 6 बुधवार से कोलंबो में है। सोमवार से दो दिनों तक इसे काम करने की अनुमति दी जाएगी। भारत की जासूसी वाली चिंताओं के बावजूद श्रीलंका ने इस जहाज को अपनी सप्लाई भरने के लिए कोलंबो बंदरगाह पर रुकने की इजाजत दी थी।

चीनी जहाज पर होंगे श्रीलंका के वैज्ञानिक

श्रीलंका ने तब उस जहाज को किसी भी शोध गतिविधि करने से रोक दिया था। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता कपिला फोंसेका ने कहा कि द्वीप के पश्चिमी समुद्र तट पर दो दिनों की रिसर्च एक्टिविटी के दौरान स्थानीय वैज्ञानिक शी यान-6 पर मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानि और शोधकर्ताओं के अलावा श्रीलंका की नौसेना भी इस जहाज की निगरानी करेगी।

कोलंबो में लंगर डाले हुए है चीनी जहाज

चीन का शी यान-6 जहाज कोलंबो बंदरगाह पर लंगर डाले हुए है। इसी जगह पर चीन की एक कंपनी गहरे समुद्र में एक टर्मिनल का संचालन करती है। बता दें, भारत हिंद महासागर में चीन की बढ़ती उपस्थिति व श्रीलंका में उसके प्रभाव को लेकर सशंकित है।

चीन का शी यान-6 रिसर्च जहाज है

साल 2014 में चीनी पनडुब्बियों की एक जोड़ी यहां रुकी थी, जिसका भारत ने विरोध किया था। श्रीलंका की ओर से शी यान-6 जहाज को मंजूरी देने के बाद अभी तक चीन या भारत के राजनयिक मिशनों ने कोई टिप्पणी नहीं की है। चीन का शी यान-6 जहाज रिसर्च पोत है, जो समुद्र विज्ञान, भू-विज्ञान व समुद्री पारिस्थितिकी का परीक्षण करता है। इस पर 60 लोग सवार है।