सीएनडी वेस्ट का रोल मॉडल बनेगा शहर

सीएनडी वेस्ट का रोल मॉडल बनेगा शहर

ग्वालियर। स्वच्छ भारत मिशन के चलते ग्वालियर में बिल्डिंग मटेरियल (सीएनडी वेस्ट) के रियूज का मॉडल देश भर में लागू होगा। क्योंकि इस प्लान को शहरी विकास मंत्रालय द्वारा संज्ञान में लेने के बाद देश भर के शहरों में लागू करने की तैयारी है। यह बात संभागायुक्त-प्रशासक एमबी ओझा व निगमायुक्त संदीप माकिन ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहीं। शुक्रवार को हुई बाल भवन में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर हुई चर्चा के दौरान दोनों अधिकारियों ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में अधिकारियों/कर्मचारियों ने फील्ड में काम करते थे क्योंकि शत-प्रतिशत सेवा देने के लिए हम संकल्पित है। 99 प्रतिशत रिस्पास देने पर लोगों का रूझान बदल जाता है, लेकिन इस बार 1.16 लाख लोगों के सहयोग से ग्वालियर को 13 स्थान मिला है। अब हम टॉप 5 या कहें नंबर एक शहर बनने के लिए ज्यादा प्रयास कर सकते है, लेकिन इसके लिए जन जाग्रृति अभियान की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि ओडीएफ से लेकर स्वच्छ भारत मिशन के लिए सांसद विवेक शेजवलकर द्वारा किए गए प्रयास उल्लेखनीय रहे हैं। जिसके चलते ग्वालियर ने रैकिंग में कई पायदान उछाल मारी है। उन्होंने दोहरे स्वच्छता कर, ईकोग्रीन कंपनी के काम करने को लेकर विवाद सहित अन्य विषयों पर कहा कि हमें कड़े निर्णय लेने होंगे। मौके पर अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव, नरोत्तम भार्गव, पीआरओ मधु सोलापुरकर उपस्थित थे। अकों के गणित में उलझे रहे अधिकारी प्रशासक व निगमायुक्त द्वारा स्वच्छ भारत मिशन को लेकर जारी किए गए आकड़े लोगों के लिए परेशानी का सबब बनते हुए दिखे। क्योंकि आॅनलाइन साइट पर ग्वालियर को मिले अंकों की स्थिति अलग दिखी। तो दबे पांव अधीनस्थ अधिकारियों ने गलती को स्वीकार भी कर लिया।