शराब दुकान के सामने प्रदर्शन पर विवाद स्थानीय लोगों से मिलने पहुंचे महापौर

शराब दुकान के सामने प्रदर्शन पर विवाद स्थानीय लोगों से मिलने पहुंचे महापौर

जबलपुर। मध्यप्रदेश में शराब अहाते बंद होने का असर अब दिखने लगा है। शराब पीने वाले अब पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए घरों में शराब पी रहे है। जिससे घर में महिलाओं को परेशानी हो रही है, उनका कहना है कि घर में जब पति शराब पीते है, तो बच्चे देखते है और वह भी इस बुरी आदत की ओर जा रहे है। साथ ही क्षेत्र से निकलते ही यह दुकान है, जहां रात को शराब पीकर लोग गालीगलौज करते है। यह बातें चेरीताल के क्षेत्रीयजन ने शराब दुकान के विरोध में की गई। लगभग चार दिन से यह प्रदर्शन महिलाएं कर रही थी। हालांकि पुलिस ने कई बार समझाईश दी, लेकिन प्रदर्शन जारी रहा। शुक्रवार दोपहर पुलिस मौके पर पहुंची और रास्ता में लगे पंडाल और कुर्सी हटाने के लिए कहा, जिसके बाद वह अचानक महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उपनिरीक्षक संध्या चंदेल को महिलाओं ने थप्पड़ मारा जिसके बाद पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई में लोगों को हटाने बल प्रयोग करना पड़ा। जानकारों की मानें तो पूरी कार्रवाई में बड़ा सवाल ये है कि स्थानीय ठेकेदार और नेता पूरे मामले में पुलिस को मोहरे की तरह उपयोग कर रहे हैं। जिससे जनता के बीच पुलिस की छवि भी खराब हो रही है। पुलिस का कहना है हम केवल कानून व्यवस्था संभालने के लिए तत्पर हैं ऐसे में जो सामने दिख रहा है उसे कैसे नजरअंदाज करें।

प्रदर्शन के पीछे का सच

सूत्रों के मुताबिक इस बार चेरीताल की दुकान छत्तीसगढ़ के एक शराब व्यापारी को मिली है। जब वह शराब दुकान खोलने पहुंचा, तो उस क्षेत्र में पुराना शराब दुकान संचालक ने विरोध किया, लेकिन दुकान अलॉट होने के बाद कुछ किया नहीं जा सकता था। जिसके कारण उस शराब दुकान ठेकेदार ने चेरीताल की दुकान का किराया लाखों रुपए में मांगा, लेकिन छत्तीसगढ़ के व्यापारी ने इंकार कर दिया। जिसके बाद से यह प्रदर्शन शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि इसके पहले कई सालों से यह दुकान संचालित हो रही है। वहीं जब छत्तीसगढ़ के व्यापारी और पुराने ठेकेदार के बीच गुरुवार को कोई समझौता हुआ, इसके बाद उस पुराने ठेकेदार ने अपने हाथ खींच लिए। जबकि महिलाएं इसका शिकार हो गई।

महापौर ने पुलिस के खिलाफ आवेदन दिया

महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के पास स्थानीय जनों का फोन पहुंचा कि पुलिस महिलाओं से मारपीट कर रही है तो वे तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले पुलिस को हड़ताली जनों व महिलाओं पर कार्रवाई रुकवाई और हड़ताली जनों से बातचीत की। इसके उपरांत उन्होंने मौके पार ही अपने एडवोकेट को बुलवाया और थाने पहुंचकर पुलिस द्वारा महिलाओं से की गई मारपीट की एफआईआर लिखवाने के लिए शिकायत दी। श्री अन्नू ने बताया कि उन्होंने शनिवार को इस संबंध में विधायक जनों व कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक बुलवाई है जिसमें तय किया जाएगा कि चाहे चेरीताल हो या शहर के अन्य हिस्से जहां आम जनता को शराब दुकानों से आपत्ति है पर निर्णय लिए जाएंगे इसके लिए कानून सम्मत जो भी संभव है प्रयास किया जाएगा।

सड़कों में शराब पीकर हुड़दंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई

शहर में अहातें बंद होने के कारण शराबियों ने सड़कों पर महफिल जमाना शुरू कर दिया था। शासन के निर्देश है कि सड़कों में शराब पीने वालों पर कार्रवाई की जाएं। इधर एसपी टीके विद्यार्थी के पास भी लगातार शिकायतें आ रही थी कि शराबी सड़क से आने जाने वालों के साथ अभद्रता कर रहे है। जिसे देखते हुए एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि वह अपने क्षेत्र में सड़कों में शराब पीकर हुड़दंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।

अंडे, चना दुकान संचालकों को हिदायत

पुलिस ने सड़कों में लगने वाले अंडे और चना दुकान संचालकों को हिदायद दी है कि वह शराब पीने वालों को अपने ठेलों पर खड़े होकर शराब नहीं पीने दें। इसके अलावा लगातार पैदल भ्रमण कर पुलिस सड़कों में शराब पीने वालों पर कार्रवाई भी कर रही है।