कॉलोनाइजर पर कार्रवाई के बजाय निगम अमले ने बाउंड्रीवॉल से सटी 14 झुग्गियों को ही तोड़ दिया

कॉलोनाइजर पर कार्रवाई के बजाय निगम अमले ने बाउंड्रीवॉल से सटी 14 झुग्गियों को ही तोड़ दिया
कॉलोनाइजर पर कार्रवाई के बजाय निगम अमले ने बाउंड्रीवॉल से सटी 14 झुग्गियों को ही तोड़ दिया
कॉलोनाइजर पर कार्रवाई के बजाय निगम अमले ने बाउंड्रीवॉल से सटी 14 झुग्गियों को ही तोड़ दिया

भोपाल । कोलार के दामखेड़ा ए-सेक्टर स्थित आर्चेड पैलेस कॉलोनी की जिस बाउंड्रीवॉल के नीचे दबकर रविवार को एक व्यक्ति की मौत और तीन लोग घायल हुए थे, वह बाउंड्रीवॉल बिना पिलर्स और बीम के बनाई गई थी। इस दीवार का एक हिस्सा करीब दो महीने पहले भी ढह गया था। तब उसकी चपेट में आने से आधा दर्जन झुग्गियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं और एक महिला गंभीर रूप से घायल हुई थी। लेकिन न तो तब बाउंड्रीवॉल बनाने वाले कॉलोनाइजर पर कोई कार्रवाई की गई थी और न ही अब। इधर उल्टे सोमवार को नगर निगम अमले ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बाउंड्रीवॉल के पास बनी 14 झुग्गियों पर बुल्डोजर चलाकर इनमें रहने वाले परिवारों को बेघर कर दिया। झुग्गी बस्ती में रहने वालों का कहना है कि रविवार शाम को हादसे के बाद उम्मीद थी कि प्रशासन बिना पिलर्स और बीम की बाउंड्रीवॉल बनाने वाले कॉलोनाइजर के खिलाफ कार्रवाई करेगा। लेकिन उल्टे हम गरीबों के खिलाफ ही कार्रवाई कर दी गई। दरअसल, हादसे के दूसरे दिन सोमवार को सुबह करीब 10 बजे भारी पुलिस बल के साथ नगर निगम का अतिक्रमण विरोधी अमला जेसीबी और डम्परों के साथ बस्ती में पहुंचा। लोग जब तक कुछ समझ पाते, अमले ने उनके घरों में तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी। लोगों ने इसका विरोध किया। एक के बाद एक झुग्गी टूटते देख बस्ती वाले इकट्ठा होकर जेसीबी मशीनों के सामने खड़े हो गए। लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें हटा दिया और आनन-फानन में बाउंड्रीवॉल से सटी 14 झुग्गियों को खाली कराया। इसके बाद नगर निगम अमले ने जेसीबी से झुग्गियों को ढहा दिया।

कार्रवाई से नाराज लोगों ने की नारेबाजी 

भारी विरोध को देखते हुए कार्रवाई कुछ देर रोकनी पड़ी। नाराज लोगों ने स्थानीय विधायक सहित नगर निगम और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इसी दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मौके पर पहुंचे और बस्ती वालों से चर्चा कर उन्हें भरोसा दिलाया कि उन्हें जब तक मकान नहीं मिलता, उनकी झुग्गियां नहीं तोड़ने देंगे। यही नहीं जिन झुग्गियों को तोड़ा गया है, उसका मुआवजा दिलवाया जाएगा।

 1. दामखेड़ा ए-सेक्टर में आर्चेड पैलेस की बाउंड्रीवॉल से सटी झुग्गियों को नगर निगम और प्रशासन ने तोड़ दिया।

2. मौके पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से अपनी पीड़ा जताते झुग्गीवासी।

3. कॉलोनी की बाउंड्रीवाल का ढहा हिस्सा, जिसकी चपेट में आने से रविवार को एक व्यक्ति की जान चली गई थी।

 लोग बोले-गरीबों की जान की परवाह नहीं, अमीरों की सरकार

स्थानीय लोगों का कहना था कि बिल्डर ने बिना पिलर और बीम की बाउंड्रीवाल बनाई है। 27 जून को बाउंड्रीवॉल का एक हिस्सा गिरा था, जिसमें आधा दर्जन झुग्गियां क्षतिग्रस्त हुई थीं और एक महिला भी घायल हुई थी। तब ही नगर निगम को कार्रवाई करनी चाहिए थी लेकिन नहीं की। इसकी वजह से रविवार को बाउंड्रीवॉल का बाकी हिस्सा भी ढह गया और एक व्यक्ति की जान चली गई।

 प्रशासन अन्याय कर रहा 

  1. सुबह नगर निगम वाले आए और बोले झुग्गी खाली कर दो। मैंने कहा कि पति घर पर नहीं हैं। बच्चों को लेकर कहां जाऊंगी, तो गाली-गलौज करने लगे। जबरदस्ती बाहल निकाला और झुग्गी को तोड़ दिया। गोधा मेहरा, रहवासी
  2. कॉलोनी की दीवार झुग्गियों पर गिरी और एक व्यक्ति मर गया। बिल्डर पर कार्रवाई करने के बजाए हमारी झुग्गियों को तोड़ा जा रहा है। ये इंसाफ नहीं है। हम मर जाएंगे, लेकिन यहां से नहीं हटेंगे।  किरन मेहरा, रहवासी
  3. यहां 95 झुग्गियां हैं, जिनमें से कॉलोनी की बाउंड्रीवॉल से लगी 14 झुग्गियों को तोड़ दिया है। जिनकी झुग्गियां तोड़ी गई  , वह खुले आसमान के नीचे बैठे हैं। अमीरों के लिए गरीबों के सिर से छत छीनी जा रही है। मधु बाथम, रहवास
  4.  बाउंड्रीवॉल बिना पिलर्स और बीम के बनाई गई थी, जिसकी वजह से वह गिर गई। कॉलोनी बनाने वाले पर कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन हमारी झुग्गियों को तोड़ा जा रहा है। प्रशासन अन्याय कर रहा है।  विजय धुम्मेरिया, रहवासी