अलर्ट:खांसी-बुखार बना फिर परेशानी कोविड महामारी जैसे लक्षण आए सामने

अलर्ट:खांसी-बुखार बना फिर परेशानी कोविड महामारी जैसे लक्षण आए सामने

ग्वालियर। बदलते मौसम में वायरल तो हर बार था, लेकिन इस बाद वायरल का ट्रेड बदल हुआ है और यह फ्लू इनफ्लूएंजा में बदल चुका है और यह मरीजों के लिए काफी परेशानी पैदा कर रहा है, मरीजों में बिल्कुल कोरोना जैसे लक्षण नजर आ रहे है, हालांकि लोग जांच कराने नहीं पहुंचे रहे हैं। इसी की वजह से जिसमें इन दिनों संक्रमित मरीजों की संख्या 0 चल रही, इसलिए अगर आपको भी खांसी- जुखाम के साथ बुखार की समस्या है तो आप भी इनफ्लूएंजा से पीड़ित हो सकते हैं डॉक्टर की माने तो इसके मरीज इन दिनों खासे बढ़ गए हैं खास तौर पर मेडिसिन विभाग व पीडियाट्रिक्स विभाग में इस प्रकार के केस 40- 50 फीसदी पिछले पांच से सात दिनों में बढ़ चुके हैं और डॉक्टर्स के यहां मरीजों की लाइनें नजर आ रही हैं फिर चाहे व सरकारी अस्पताल हो या फिर डॉक्टर्स की प्राइवेट क्लीनिक यहां पर मरीज ही मरीज नजर आ रहे हैं।

इसके साथ ही कुछ मरीजों में एच3,एनटू वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं और अगर इसके कारणों की बात की जाए तो डॉक्टर्स के मुताबिक इस इनफ्लूएंजा  के पीछे मौसम में आए दिन हो रहे बदलाव जैसे कि कभी गर्मी हो जाती है तो कभी सर्दी और कभी बादल छा जाते हैं और इस प्रकार का मौसम इस प्रकार के वायरल को फैलने में मदद करता हैं, इसी की वजह से ऐसा हो रहा है। इसके साथ ही कुछ मरीजों को अस्पताल में एडमिट तक होने की जरूरत पड़ रही है।

बच्चों में दिख रहे कोविड जैसे लक्षण, बढ़ रहा सीपीआर

एग्जाम का समय चल रहा है, ऐसे में बच्चों को इस बदलते मौसम में परेशान कर दिया है। पीडियाट्रिक्स विभाग के डॉक्टर की माने तो अधिकतर बच्चों में कोविड जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं। बच्चों को काफी तेज बुखार आ रहा है इसके साथ ही सीपीआर भी बढ़ा हुआ निकल रहा है जो सीपीआर 8 होना चाहिए वह 150 तक पहुंच रहा है और इन्हें ठीक होने में सामान्य वायरल की तुलना में अधिक समय लग रहा है कुछ मरीजों को 10 से 15 दिनों तक टाइम लग रहा है। इसके साथ ही लोेग कोविड की जांच भी नहीं करा रहे हैं।

यह बरतें सावधानी

  • बिना डॉक्टर की सलाह की घर का उपचार लेने से बचें। 
  • कोविड जैसे मॉस्क और सोशल डिस्टेंसिंग का करे पालन। 
  • अधिक एंटीबायोटिक का प्रयोग न करें। 
  • संबंधित डॉक्टर से ही उपचार ले, झोलाछाप डॉक्टरों से बचें। 
  • समस्या शुरू होते ही लें उपचार
  • खान-पान का रखें ध्यान। 
  • 6 माह से अधिक उम्र के बच्चों को इनफ्लूजा की लगवाए वैक्सीन। 
  • दो साल साल से अधिक उम्र के बच्चे लगाए मास्क।

बदले हुए मौसम की वजह से इनफ्लूएंजा वायरस के केस काफी बढ़ गए है, इसमें खांसी के साथ बुखार की समस्या आ रही है और जिन लोगों को पहले से अस्थमा जैसी समस्या है उन्हे समस्या बढ़ने पर अस्पताल में एडमिट भी होना पड़ रहा है। कुछ मरीजों में निमोनिया की समस्या भी पैदा हो रही है। डॉ. अजय पाल, मेडिसिन रोग विशेषज्ञ जेएएच

बच्चों में कोविड जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं खांसी के साथ बहुत तेज बुखार देखने को मिल रहा है। बच्चों का सीपीआर भी काफी बढ़ रहा है और उन्हें रिकवर होने में अधिक समय लग रहा है। ऐसे में सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। डॉ. विनीत चतुर्वेदी बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ

इनफ्लूएंजा का प्रकोप बढ़ चुका है, बच्चों को इससे बचाने के लिए 6 माह से अधिक उम्र वाले बच्चों को इनफ्लूजा की वैक्सीन भी लगवा सकते हैं। साथ ही कोविड जैसे सिम्ट्रम्स बच्चों में दिख रहे हैं मास्क का प्रयोग करना जरूरी है। नेशनल आईएमए ने एडवाइजरी भी जारी की है। डॉ. राहुल सप्रा,बाल रोग विशेषज्ञ, अध्यक्ष आईएमए