गली-कूचों और कुलियों में सीसी या पेबर ब्लॉक के प्रस्ताव बनवा रहे पार्षद

जबलपुर। पार्षद निधि के कामों के लिए इन दिनों शहर के सभी पार्षद परेशान हैं। ग्रामीण क्षेत्र के 9 वार्डों को छोड़ दिया जाए जहां काफी काम बकाया हैं तो शहरी क्षेत्र के वार्डों में बहुतेरे वार्ड ऐसे हैं जहां पार्षदों को पार्षद मद के लिए प्रस्ताव बनवाने काम ही नहीं मिल रहे हैं,लिहाजा वे अब गली-कूचों और छोटी-छोटी कुलियों में सीसी रोड या पेबरब्लॉक लगवाने के प्रस्ताव तैयार करवा रहे हैं। नगर निगम के पार्षद काल में जनता भी बेहद जागरूक होती जा रही है। अपने इलाकों की सड़क,पुलिया,नाली आदि निर्माण के लिए पार्षदों पर दबाव बनवाकर वह काम करवा लेती है। ऐसी स्थिति में पार्षदों को समझ में नहीं आ रहा है कि वे अपनी बकाया 60 लाख की राशि को कहां उपयोग करें। ऐसे में वे अब ऐसे-ऐसे काम करवा रहे हैं जिनकी कभी कल्पना भी नहीं की गई थी। जहां 4-6 परिवार भी रहते हों और छोटी सी कुलिया हो उसे भी सीमेंट रोड या पेबर ब्लॉक लगवाने के लिए प्रस्ताव तैयार हो रहे हैं।
इतनी मिलती है राशि
शहरी क्षेत्र के हर पार्षद को इसी साल से यानि जो बीतने वाला है में 90 लाख व नए 9 वार्डों के लिए 1 करोड़ रुपए की पार्षद मद तय हुई है। इसमें से नगर निगम की वित्तीय हालत खस्ता होने के चलते केवल 30-30 लाख के ही काम स्वीकृत हुए हैं। बाकी 60 और 75 लाख के शेष कामों के लिए विगत दिनों हुई सामान्य सभा की बैठक में सभी पार्षद अड़े तो महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू,निगम अध्यक्ष रिकुंज विज और नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल के संयुक्त प्रयासों सेनिगम प्रशासन पर दबाव बनाया गया और तत्काल उसी दिनसे पार्षदों से पार्षद मद के प्रस्ताव लिए जाने का आदेश करवाया गया। अब पार्षद अपनेअ पने जोन में पार्षद मद के प्रस्ताव बनवा रहे हैं।
ये काम भी शामिल
वार्डों में जो रोड चंद साल पहले बनी हैं और उनमें गड्ढे होने लगे हैं तो ऐसी सड़कों पर डामरीकरण के प्रस्ताव बनाए जा रहे हैं। जो नालियां टूटने लगी हैं उन्हें नया बनवाया जा रहा है। पुलियें,नाली कवर्ड करने जैसे प्रस्ताव भी तैयार हो रहे हैं। कुछ पार्षद अपने वार्ड की सीमाओं में प्रवेश द्वार बनवाने के प्रस्ताव तैयार करवा रहे हैं।