बेरूहैड पर डेली 400 क्यूसेक पानी चाहिए, डबरा की नहर में बढ़ेगा

बेरूहैड पर डेली 400 क्यूसेक पानी चाहिए, डबरा की नहर में बढ़ेगा

ग्वालियर। आठ जुलाई से हरसी नहर में पानी छोड़े जाने के बाद भी डबरा में किसानों तक पानी नहीं पहुंचा है। धान की 30 हजार हेक्टेयर जमीन को बोवनी और रुपाई के लिए नहर में पानी की दरकार है। किसानों में बढ़ती नाराजगी को मंत्री इमरती देवी ने जल्दी ही भांप लिया और कलेक्टर से लेकर एसडीएम तक सबको हड़का दिया। रविवार को प्रशासन ने न सिर्फ पानी का बटवारा कर दिया बल्कि सिंचाई विभाग को हिदायत दी है कि चीनौर में बेरूहेड पर डेली 400 क्यूसेक पानी चाहिए। पिछले 11 रोज से हरसी नहर में पानी चल रहा है और भितरवार सर्किल के किसानों को भरपूर पानी भी मिल रहा है लेकिन डबरा सर्किल और उसके टेलएंड तक पानी नहीं पहुंचने से किसानों की नाराजगी बढ़ रही है। पानी के लिए किसान आंदोलन के रास्ते पर जाएं, इससे पहले मंत्री इमरती देवी ने पहली फुर्सत में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह से नाराजगी जताई और कहा कि डबरा के किसानों के साथ अन्याय नहीं सहेंगे। इसके बाद उन्होंने डबरा एसडीएम राघवेन्द्र पांडेय को भी हड़का दिया। मंत्री की नाराजगी का असर यह रहा कि रविवार को छुट्टी के रोज प्रशासनिक और सिंचाई विभाग के सभी अफसर नहरों की और दौड़ पड़े। इस तरह किया बटवारा हरसी बांध से नहर में 1280 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। नहर की आरडी 25 में 500 क्यूसेक पानी दिया जाएगा। 25 किलोमीटर से 55 किलोमीटर तक आने वाली नहर में 300 क्यूसेक पानी छोड़ना होगा। 55 किलोमीटर के बाद डबरा के लिए आने वाली नहरों में 355 क्यूसेक पानी पहुंचाने के निर्देश दिए। सबसे खास निर्देश बेरुहेड का है यहां पर डेली 400 क्यूसेक पानी चाहिए। हर रोज होगी मॉनीटरिंग एसडीएम पांडेय ने निर्देशित किया है कि हरसी नहर की हर रोज मॉनीटरिंग की जाएगी। इसमें पूरा राजस्व अमला को अपना काम करना होगा।